राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम रोजाना रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचारियों को दबोच रही है। हाल ही में बड़े स्तर पर कई अफसरों पर कार्रवाई हुई है। कलेक्टर एसपी, एसडीएम सहित कई अफसर पकड़े गए हैं। उधर, एक्सईएन, पुलिस इंस्पेक्टर व डीटीओ की आय से अधिक संपत्ति मामले में पकड़े हैं। हर दिन हो रही बड़े पैमाने में कार्रवाई के बावजूद भी भ्रष्टारियों के हौसले बुलंद हैं। जयपुर के मानसरोवर नगर निगम के कार्यालय में लोग इधर-उधर घूमते रहते हैं, लेकिन बिना रुपए दिए काम नहीं होता। कई एजेंट सक्रिय हो चुके हैं, ये साफ कहते हैं कि फास्ट काम कराना है तो पैसे देने होंगे आखिर उन्हें सैलरी मिलती ही कितनी है।
दैनिक भास्कर की टीम ने एक वीडियो स्टिंग किया, इसमें यह खुलासा हुआ। नगर निगम पहुंची तो सामने आया कि कर्मचारियों ने रिश्वत के लिए दलालों को बैठा रखा है। 7 दिन तक टीम ने मानसरोवर नगर निगम का रियलिटी चेक किया तो चौंकाने वाला मामला सामने आया।
कोई भी काम बिना पैसे संभव नहीं
यहां भी दलालों के माध्यम से रिश्वत लेने का बड़ा खेल चल रहा है। इसके लिए इन्होंने पूरा जाल बिछा रखा है। यहां ऐसा कोई काम नहीं जो बिना रुपए नहीं होता है। इन दलालों से जब बात की तो बताया कि 8 हजार जैसी सैलरी में पेट्रोल का खर्चा तक नहीं निकलता। कैमरे पर एक दलाल ने कबूल भी किया कि यहां एक कर्मचारी रोज 500 से 700 रुपए लेकर जाता है। इस पर टीम ने नगर निगम मानसरोवर में एक स्टिंग ऑपरेशन किया।
भास्कर टीम एक बर्थ सर्टिफिकेट को बनवाने के लिए पहुंची। काउंटर पर सारे दस्तावेज दिए तो तीन दिन बाद प्रमाणपत्र ले जाने की बात कहीं। टीम ने मजबूरी बताते हुए उनसे जल्दी देने को कहा। काउंटर कर्मचारी ने तीन दिन के बाद ही आने की बात कहीं। पास में ही एक युवक ने पीछे बने काउंटर पर संपर्क करने की बात कही। वहां ई-मित्र से जल्दी प्रमाण पत्र बनवाने की बात हुई। हैरानी की बात है कि दलाल देने कहा पैसे दो, दौ सौ रुपए लेने के बाद काउंटर से एक घंटे के बाद प्रमाणपत्र दे दिया गया।