जर्मनी ने गुरुवार को भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ को अपनी मंजूरी दे दी है. यह मंजूरी 1 जून से लागू होगी. इसका मतलब है कि अब जर्मनी की यात्रा करने वालों को टीकाकरण के प्रमाण की जरूरत नहीं होगी. भारत में जर्मन राजदूत वाल्टर जे. लिंडनर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह बेहद खुश हैं कि उनकी सरकार ने 1 जून से जर्मनी की यात्रा करने के लिए WHO द्वारा सूचीबद्ध कोवैक्सीन को मान्यता देने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने पिछले साल नवंबर में ही कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी थी. डब्लूएचओ से मान्यता मिलने के फौरन बाद ही दुनिया के बहुत से देशों ने कोवैक्सीन को मान्यता दे दी थी, जिसमें कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन जैसे देश भी शामिल थे.
क्लिनिकल ट्रायल से हटी रोक
इससे पहले अप्रैल में भारत बायोटेक को अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने जोर का झटका दिया था. ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कोवैक्सीन के 3 में से दूसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल पर रोक लगा दी थी. मगर बीते सोमवार को यह रोक हटा ली गई है. भारत बायोटेक ने इस बात पर खुशी जाहिर की है और कहा कि अब वह कोवैक्सीन के लिए अपने ट्रायल को आगे बढ़ा सकते हैं.