केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने सभी सांसदों को संसद भवन में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने बुधवार को एकत्रित होने का निर्देश दिया. दरअसल 9 अगस्त, 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था और कल इसकी वर्षगांठ के मौके पर राज्यसभा और लोकसभा के सभी बीजेपी सासंद इसी संदर्भ में संसद परिसर में एकत्र होंगे.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में भारत छोड़ो आंदोलन का जिक्र करते हुए भ्रष्टाचार और परिवारवाद Quit India का आह्वान किया था. उनके इसी आह्वान के बाद कल बीजेपी सांसद गांधी मूर्ति के समक्ष ‘भ्रष्टाचार और परिवारवाद’ के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे.
केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने सभी सांसदों को संसद भवन में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने बुधवार को एकत्रित होने का निर्देश दिया. दरअसल 9 अगस्त, 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था और कल इसकी वर्षगांठ के मौके पर राज्यसभा और लोकसभा के सभी बीजेपी सासंद इसी संदर्भ में संसद परिसर में एकत्र होंगे.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में भारत छोड़ो आंदोलन का जिक्र करते हुए भ्रष्टाचार और परिवारवाद Quit India का आह्वान किया था. उनके इसी आह्वान के बाद कल बीजेपी सांसद गांधी मूर्ति के समक्ष ‘भ्रष्टाचार और परिवारवाद’ के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे.
प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मंगलवार को केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई. सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन को ‘घमंडिया; करार दिया और दिल्ली सेवा विधेयक पर मतदान में ‘सेमीफाइनल’ जीत के लिए पार्टी के राज्यसभा सदस्यों को बधाई दी. सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा कि कुछ विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में मतदान को 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले सेमीफाइनल बताया था.
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके नेता सामाजिक न्याय की बात करते हैं लेकिन उन्होंने वंशवादी, तुष्टिकरण और भ्रष्ट राजनीति से इसे सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया. उन्होंने कहा कि यह समय भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को खत्म करने का है.