स्कूली शिक्षा पर देश की सर्वोच्च सलाहकार संस्था एनसीईआरटी ने कक्षा 3 से 12वीं के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा (National Curriculum Framework) के साथ ‘स्कूल पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकें, शिक्षण और सीखने की सामग्री’ को रिवाइज्ड करने के लिए 19 सदस्यीय समिति की स्थापना की है. यह समिति नए पाठ्यपुस्तकों को अंतिम रूप देगी. इसके लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (NCERT) द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.
फील्ड्स मेडलिस्ट मंजुल भार्गव, आरएसएस से जुड़े संस्कृत भारती के संस्थापक सदस्य चामू कृष्ण शास्त्री, पीएम के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय, देश की जानी-मानी लेखिका और इंफोसिस फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति और गायक शंकर महादेवन इस समिति के सदस्यों में शामिल हैं. NCERT की वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक आदेश के अनुसार, समिति निम्नलिखित ग्रेडों में सुचारु परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए कक्षा 1 और 2 की पाठ्यपुस्तकों को भी संशोधित करेगी.
समिति की अध्यक्षता राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान (NIEPA) के चांसलर एमसी पंत करेंगे. प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भार्गव इसके सह-अध्यक्ष होंगे. प्री-ड्राफ्ट एनसीएफ, जिसे फीडबैक के लिए 6 अप्रैल को सार्वजनिक डोमेन में साझा किया गया था, ने स्कूली शिक्षा के एक बड़े पुनर्गठन का सुझाव दिया. इसके साथ ही साल में दो बार बोर्ड परीक्षाओं की सिफारिश की और कक्षा 12 के लिए एक सेमेस्टर प्रणाली और छात्रों को विज्ञान, मानविकी, वाणिज्य विषयों के मिश्रण को आगे बढ़ाने की स्वतंत्रता भी मिलेगी.
बिबेक देबरॉय के अलावा ईएसी की ओर से समिति में शामिल एक अन्य व्यक्ति अर्थशास्त्री संजीव सान्याल हैं. अन्य सदस्यों में पूर्व मुख्य राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच यू विमल कुमार शामिल हैं; सेंटर फॉर पॉलिसी स्टडीज के अध्यक्ष एम डी श्रीनिवास; सीएसआईआर के पूर्व महानिदेशक और सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में एक प्रतिष्ठित प्रोफेसर शेखर मांडे; सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान की पूर्व महानिदेशक सुरीना रंजन; फ्रांसीसी लेखक और आईआईटी गांधीनगर के प्रोफेसर माइकल डैनिनो.
एक अन्य प्रोफेसर सुजाता रामादोराई समिति का हिस्सा हैं, जो कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय में गणित पढ़ाती हैं. फिलहाल अंतिम रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है. पैनल में NCERT के चार सदस्य भी शामिल हैं. इसमें प्रत्युषा कुमार मंडला, दिनेश कुमार, कीर्ति कपूर और रंजना अरोड़ा हैं. SCERT, सिक्किम के निदेशक राबिन छेत्री भी इसका हिस्सा हैं. भार्गव और डैनिनो एनसीएफ का मसौदा तैयार करने वाली राष्ट्रीय संचालन समिति के भी सदस्य थे. इस पैनल का नेतृत्व वैज्ञानिक के कस्तूरीरंगन ने किया था.