77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय सेना ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के माछल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्थित आखिरी गांव दन्ना के स्थानीय लोगों को एक खास उपहार भेंट किया है. दरअसल, सेना ने माछल नाला पर एक पुल तैयार कर उसे गांव वालों को बतौर गिफ्ट दिया है. जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने यह जानकारी दी. इस पुल से यहां के लोगों को अब काफी मदद मिलेगी और उन्हें जान जोखिम में डालकर नाला पार करने की जरूरत नहीं होगी.
115 फीट लंबे पुल का नाम वीर चक्र विजेता मेजर भगत सिंह की याद में भगत ब्रिज रखा गया है, जिन्होंने 1965 के युद्ध में इस क्षेत्र की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे. दन्ना गांव को भारत के वीर सपूत की याद में भगत गांव के नाम से भी जाना जाता है.
पुल के उद्घाटन के मौके पर पर एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया. भारतीय सेना के लोगों और अन्य स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में, 1971 के युद्ध के नब्बे वर्षीय अनुभवी और क्षेत्र के गौरवान्वित निवासी सिपाही मियां गुल खान द्वारा रिबन काटकर पुल को गांव वालों के सुपुर्द कर दिया गया.
पुल का निर्माण भारतीय सेना के इंजीनियरों के कठिन प्रयासों का नतीजा है, जिन्होंने लगातार बारिश और प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद इससे बनाने के लिए दो महीने तक कड़ी मेहनत की, ताकि मोटर योग्य सड़कों और माछल नाला पर पुल की कमी से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से लंबे समय से पीड़ित स्थानीय लोगों को राहत मिल सके.