सरकारी कंपनियों (PSU) के शेयरों में कल यानी 12 सितंबर को बड़ी गिरावट आई. कई महीनों की तेजी के बाद मुनाफावसूली के कारण पीएसयू शेयर गिरे. आज भी इंट्राडे में मझगांव डॉक सहित कुछ पीएसयू शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. लेकिन, गिरावट के बावजूद भी सरकारी कंपनियों के शेयरों पर ब्रोकरेज का भरोसा बरकरार है. बाजार जानकारों का कहना है कि कि फिलहाल पीएसयू स्टॉक्स के फंडामेंटल्स में किसी तरह का बदलाव नहीं आया है. इसलिए इस गिरावट को करेक्शन के रूप में ही देखना चाहिए.
पीएसयू स्टॉक्स में पिछले 4-5 महीनों से तेजी दिख रही थी. इस दौरान कुछ पीएसयू शेयरों की कीमत तो दोगुनी हो गई. भारत इलेक्ट्रोनिक्स (Bharat Electronics) , पॉवर फाइनेंस (Power Finance), रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉर्पोरेशन (Rural Electrification) के शेयर तो 28 मार्च से अब तक 60-137 फीसदी तक चढ़े चुके हैं. आज यानी बुधवार को पॉवर फाइनेंस, मझगांव डॉकयार्ड और आरईसी के शेयरों में इंट्राडे में गिरावट देखी गई.
क्यों आई गिरावट?
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, IDBI Capital के रिसर्च हेड एके प्रभाकर का कहना है कि पीएसयू स्टॉक्स की वैल्यूएशंस बहुत बढ़ गई थी. इस वजह से इन शेयरों का इतने हाई लेवल पर टिके रहना मुश्किल था. इसीलिए इनमें करेक्शन आई जो इन स्टॉक्स के लिए अच्छा ही है. 12 सितंबर को आई गिरावट में सबसे ज्यादा नुकसान मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स को हुआ. दोनों कैटेगरी के करीब 90 फीसदी स्टॉक्स लाल निशान में बंद हुए. इसकी मंदी की चपेट में पीएसयू स्टॉक भी आए.
गिरावट की थी आशंका
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने 10 सितंबर को अपनी रिपोर्ट में मिडकैप स्टॉक्समें आई तेजी को लेकर चिंता जताई थी. कई दूसरे फंड मैनेजर्स ने भी मिडकैप-स्मॉलकैप स्टॉक्स में जारी तेजी को लेकर इनवेस्टर्स को सतर्क किया था. उनका कहना था कि यह तेजी टिकाऊ नहीं है. डिफेंस और पीएसयू स्टॉक्स में बिकवाली की वजह मुनाफावसूली हो सकती है.HDFC Securities में रिटेल रिसर्च के हेड दीपक जसानी का कहना है कि कहा कि पीएसयू स्टॉक्समें गिरावट की वजह फंडों की बिकवाली हो सकती है. लोग बिकवाली करने और मुनाफावसूली के लिए इंतजार कर रहे हैं.
पीएसयू मजबूत स्थिति में
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशिनेंयल सर्विसेज में वाइस प्रेसिडेंट और रिटेल रिसर्च के हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि फिलहाल पीएसयू स्टॉक्स के फंडामेंटल्स में किसी तरह का बदलाव नहीं आया है. उन्होने कहा कि यह बताना मुश्किल है कि यह मुनाफावसूली कब तक जारी रहेगी. HDFC Securities में रिटेल रिसर्च के हेड दीपक जसानी का कहना है कि पीएसयू स्टॉक्स में तेजी की एक वजह सरकार का लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस रहा है. अट्रैक्टिव वैल्यूएशन, मेक-इन-इंडिया पर सरकार का जोर और पॉजिटिव खबरों की वजह से पीएसयू स्टॉक्स में तेजी का ट्रेंड अभी तक दिखा है.