अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली मरीजों और तीमारदारों की सुविधा के लिए लगातार नए-नए कदम उठा रहा है. अस्पताल परिसर में गंभीर मरीजों को लेकर जाने वाले तीमारदारों को को अब एक बड़ी सुविधा मिलने जा रही है. इसके लिए एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास की ओर से मरीजों को इंटर अस्पताल ट्रांसफर पॉलिसी लागू की गई है.
अभी तक अस्पताल में मरीज को किसी भी ब्लॉक, केंद्र या नैदानिक सुविधा के लिए ट्रांसफर किया जाता था तो मरीज को स्ट्रेचर या व्हीलचेयर पर उसके परिजन या तीमारदार ही मैन्युअली लेकर जाते थे. जिसके चलते न केवल मरीजों को परेशानी होती थी बल्कि तीमारदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. इतना ही नहीं मरीज को भी कई प्रकार के संक्रमण का खतरा पैदा होता था.
अपने कई दौरों के दौरान मरीजों और तीमारदारों की इस स्थिति को देखने के बाद एम्स के निदेशक डॉ. श्रीनिवास ने रोगी देखभाल को बढ़ाने और उनकी सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए इंटर ट्रांसफर संबंधी एक नीति बनाई है.
इस नीति के तहत तत्काल प्रभाव से सभी भर्ती मरीजों को विशेष रूप से एम्बुलेंस द्वारा एम्स अस्पताल, केंद्रों, ब्लॉकों और एम्स परिसर के भीतर किसी भी मेडिसिन विभाग में ट्रासफर किया जाएगा. वहीं स्ट्रेचर और व्हीलचेयर का उपयोग केवल मरीजों को संबंधित सुविधा के कवर किए गए क्षेत्रों में भेजने के लिए ही किया जाएगा. इस नीति को लागू करने की जिम्मदारी भी अस्पताल में एमएस, अतिरिक्त एमएस, डीएनएस और एएनएस को दी गई है.