इजरायल अब गाजा पट्टी (Gaza Strip) में घुसने की तैयारी कर रहा है. फिलिस्तीनी नागरिकों को 24 घंटे के अंदर गाजा छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है. इजरायली सेना का एक ही मकसद है- गाजा से हमास (Hamas) का पूरी तरह खात्मा. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के मेजर जनरल अमोस गिलेड (Major Gen Amos Gilead) बीबीसी से कहते हैं कि इजरायली सेना (Israeli Army) ने आज तक गाजा में जितने ऑपरेशन को अंजाम दिया है, इस बार की कार्रवाई उससे अलग है. मकसद एक ही है- हमास को जड़ से खत्म करना.
इजरायली इससे पहले 2005, 2008 और 2014 में गाजा में ऑपरेशन चला चुकी है. तब यह एक छोटे से हिस्से तक सीमित था.
गाजा पर 6000 बम गिरा चुकी है IDF
इजरायली सेना 7 अक्टूबर से अब तक गाजा पट्टी पर 6000 से ज्यादा बम गिरा चुकी है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2011 में नाटो गठबंधन की सेना ने मिलकर लीबिया पर करीबन इतने ही बम (7700) गिराए थे.
37,00,00 सैनिक जुटाए, गाजा की बिजली-पानी काटी
बमबारी के अलावा इजरायल अब तक 37,00,00 सैनिकों को जुटा चुका है. जो इसकी कुल आबादी का करीबन तीन फीसदी है. दुनिया के तमाम मुल्कों में बसे इजरायली नागरिक हमास से लड़ने अपने देश लौट रहे हैं. इजरायली नौसेना ने गाजा पट्टी का कंप्लीट ब्लॉकेड कर रखा है, ताकि समुद्र के रास्ते उसको हथियार और दूसरी चीज ना मिल सके. साथ ही गाजा पट्टी की बिजली, पानी और ईंधन की सप्लाई भी काट दी है.
क्यों चिंतित हैं एक्सपर्ट्स
1- एक्सपर्ट्स तीन बात को लेकर चिंतित हैं. पहला- अगर इजरायली सेना गाजा पट्टी में घुसती है तो तो ईरान और हिजबुल्ला खुलकर मैदान में उतर सकते हैं और इजरायल को दो मोर्चे पर लड़ाई लड़नी पड़ सकती है. आशंका है कि इस लड़ाई में और अरब मुल्क भी शामिल हो सकते हैं. पहले भी अरब देशों का गठबंधन इजरायल के खिलाफ युद्ध छेड़ चुका है, लेकिन मुंह की खानी पड़ी थी.