इज़राइल रक्षा बलों ने शुक्रवार को कहा कि हमास आतंकवादी समूह के संचालन का मुख्य ऑपरेशन बेस गाजा शहर में शिफा अस्पताल बना हुआ है. आतंकवादी संगठन की गतिविधियों के सबूत के रूप में विजुअल्स और इंटरसेप्टेड ऑडियो इजराइल को मिल रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स के पत्रकारों के लिए एक ब्रीफिंग में आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमास के पास शिफा के तहत कई भूमिगत परिसर हैं, जोकि गाजा पट्टी का सबसे बड़ा अस्पताल है. इसका उपयोग आतंकवादी समूह के नेताओं द्वारा इज़राइल के खिलाफ हमलों को निर्देशित करने के लिए किया जा रहा है.
हगारी ने कहा कि इजराइल के पास खुफिया जानकारी है कि अस्पताल के बाहर से भूमिगत बेस तक जाने के लिए कई सुरंगें हैं, ताकि हमास के अधिकारियों को अस्पताल तक पहुंचने के लिए अंदर जाने की जरूरत न पड़े… लेकिन हगारी ने कहा कि एक वार्ड के भीतर से भूमिगत परिसर का प्रवेश द्वार भी है.
हगारी ने कहा, “फिलहाल, आतंकवादी शिफा अस्पताल और गाजा के अन्य अस्पतालों में खुलेआम घूम रहे हैं.”
सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि इज़राइल के पास “ठोस सबूत” हैं कि 7 अक्टूबर के नरसंहार के बाद “सैकड़ों आतंकवादी छिपने के लिए अस्पताल में घुस गए”, जिसमें लगभग 2,500 आतंकवादी रॉकेटों की बाढ़ की आड़ में सीमा पार कर गए और अधिक से अधिक लोगों पर हमला किया.
आईडीएफ प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने लगभग 1,400 लोगों को मार डाला, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे. उन्होंने पट्टी के 220 से अधिक लोगों को बंधकों के रूप में अपहरण भी कर लिया.
अस्पताल के ऊर्जा बुनियादी ढांचे का उपयोग हमास के भूमिगत अड्डे के तौर पर भी किया जाता है. हमास द्वारा अस्पताल के उपयोग की जानकारी सैन्य खुफिया निदेशालय और शिन बेट सुरक्षा एजेंसी द्वारा एकत्र किए गए खुफिया स्रोतों की एक विस्तृत श्रृंखला पर आधारित है. हगारी ने कहा कि सहयोगियों को खुफिया जानकारी पहले ही प्रदान की जा चुकी है.
उधर, हमास राजनीतिक ब्यूरो के एक वरिष्ठ सदस्य इज्जत अल-रिश्क ने कहा कि इजरायली सेना के आरोप निराधार हैं.
रिश्क ने कहा, “इजराइल सेना के प्रवक्ता ने जो कहा, उसमें सच्चाई का कोई आधार नहीं है.” उन्होंने इजराइल पर “हमारे लोगों के खिलाफ एक नए नरसंहार का मार्ग प्रशस्त करने” के लिए आरोप लगाने का आरोप लगाया.