देश में अंगदान करने वाले लोगों की भारी कमी है. दूसरी तरफ बड़ी संख्या में मरीज ऐसे हैं जिनको किडनी, लीवर, आंख जैसे अंगों की शख्त जरूरती है. इसका एक ही उपाय है कि लोग ज्यादा से ज्यादा अंगदान करें. ऐसे में कर्नाटक सरकार ने एक अहम उठाने जा रही है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडु राव ने कहा है कि सरकार मृत्यु के बाद अपने अंग दान करने वाले व्यक्तियों का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की संभावनाओं पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही अंग दान के महत्व का प्रचार करने के लिए एक नीति बनाएगी, जिसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस नेक कार्य से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना होगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लोगों को अंगदान के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अंगदान के जरिये एक व्यक्ति, आठ लोगों की जान बचा सकता है. उन्होंने कहा, ”हमारा मानना है कि जीवनदान देने का यह नेक कार्य अधिक सराहना का पात्र है और हमारी सरकार एक ऐसे कार्यक्रम पर विचार कर रही है, जिससे मृत्यु के बाद अंग दान करने वाले व्यक्तियों को मान्यता और सम्मान मिले.”
राव ने कहा कि सरकार अंग दान करने वाले व्यक्तियों को प्रमाण पत्र देने और पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करने सहित अन्य संभावनाओं पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा, ”हम जल्द ही अंग दान के महत्व का प्रचार करने के लिए एक नीति बनाएंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को अंगदान के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.” स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से इस मुहिम में शामिल होने की अपील की.