इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन के बीच करीब डेढ़ महीने से चल रही जंग अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है. वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को फिलिस्तीनी राष्ट्रीय प्राधिकरण के इस दावे को ‘निरर्थक’ बताया कि इजरायल ने गाजा के पास एक संगीत समारोह में अपने ही नागरिकों का नरसंहार किया था. नेतन्याहू ने कहा कि यह ‘सच्चाई’ का पूरा उलट है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी प्राधिकरण का नेतृत्व राष्ट्रपति महमूद अब्बास करते हैं. राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में नेतन्याहू ने कहा कि ‘महमूद अब्बास ने पहले प्रलय के अस्तित्व से भी इनकार किया था, उन्होंने हमास के अस्तित्व से भी इनकार किया था, जिसने 7 अक्टूबर को इजरायल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया था.’
फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण ने पूरी तरह से बेतुकी बात कही. उसने इस बात से इनकार किया कि यह हमास था जिसने गाजा के पास पार्टी में भयानक नरसंहार को अंजाम दिया था. उसने वास्तव में इजरायल पर उस नरसंहार को अंजाम देने का आरोप लगाया. यह सच्चाई से पूरी तरह उलट है. जिन्होंने अतीत में नरसंहार के अस्तित्व से इनकार किया था, आज हमास नरसंहार के अस्तित्व से इनकार कर रहे हैं और यह अस्वीकार्य है.’
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति की टिप्पणी अस्वीकार्य है और यह क्षेत्र में शांति हासिल करने का तरीका नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि ‘मेरा लक्ष्य है कि हमास को नष्ट करने के अगले दिन, गाजा में कोई भी भावी नागरिक प्रशासन नरसंहार से इनकार नहीं करेगा, अपने बच्चों को आतंकवादी बनने के लिए शिक्षित नहीं करेगा, आतंकवादियों के लिए भुगतान नहीं करेगा और अपने बच्चों को यह नहीं बताएगा कि जीवन में उनका अंतिम लक्ष्य क्या है इजरायल का विनाश और विघटन को देखना. यह स्वीकार्य नहीं है और यह शांति हासिल करने का तरीका नहीं है.’