नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम जेवर में तेजी से जारी है. इस हवाई अड्डे के 2024 के आखिरी तक शुरू होने की उम्मीद है. नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान शुरू करने वाली पहली एयरलाइन इंडिगो होगी. कंपनी 2024 के अंत तक अपनी उड़ान शुरू कर सकती है.
एक बयान के मुताबिक नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने शुक्रवार को देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते के अनुसार इंडिगो हवाईअड्डे से उड़ान भरने वाली पहले एयरलाइन होगी.
दिल्ली-एनसीआर में और बेहतर होगी एयर कनेक्टिविटी
दिल्ली में हस्ताक्षरित समझौते के अनुसार एनआईए और इंडिगो, उत्तर प्रदेश और उसके बाहर हवाई संपर्क मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे. यह हवाईअड्डा दिल्ली से लगभग 75 किलोमीटर दूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गौतम बौद्ध नगर जिले के जेवर क्षेत्र में स्थित है.
एनआईए के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, ”हम इंडिगो के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके उत्साहित हैं. इंडिगो का घरेलू और अंतरराष्ट्रीय, दोनों बाजारों में मजबूत आधार है. एनआईए और इंडिगो के बीच साझेदारी न केवल हवाई संपर्क को मजबूत करने में मदद करेगी, बल्कि हमारे ग्राहकों को एक नया अनुभव भी देगी.”
जेवर एयरपोर्ट पर रनवे और हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) टावर मार्च 2024 तक तैयार होने की उम्मीद है, रनवे का काम 70 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है. 1,334 हेक्टेयर में फैला, जेवर हवाई अड्डा अपने 6 प्रस्तावित रनवे के ऑपरेशनल में आने के बाद भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक बनने की दिशा में बढ़ रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) की तुलना में नोएडा एयरपोर्ट से उड़ान भरना सस्ता होगा. यह सब ATF (एविएशन टर्बाइन फ्यूल) भार शुल्क में अंतर के कारण है.