विधानसभा चुनाव का नतीजा सामने आने के बाद से ही लगातार यह सवाल पूछा जा रहा है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? तीनों राज्यों में भाजपा खेमे के अंदर कई नाम पर चल रहे कयासों के बीच मंगलवार को पत्रकारों ने संसद भवन परिसर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी यह सवाल पूछ लिया.
क्या इस सप्ताह में तय हो जाएगा के सवाल पर उन्होंने कहा, “कह ही देंगे, लेट क्यों करना.” छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सरकार चेंज होने की बात करते हुए पत्रकारों ने कुछ और जानने का प्रयास किया तो शाह ने हंसते हुए कहा कि चेंज तो होते रहते हैं.
भाजपा को तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली बंपर जीत के इन राज्यों में मुख्यमंत्री पद के चेहरों को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसपर चर्चा भी की. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के बीच बैठक में क्या बात हुई, इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व द्वारा अंतिम निर्णय लेने से पहले पार्टी में विचार-विमर्श किया जा रहा है. केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठकों की निगरानी के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करेगा. इन बैठकों में विधायक अपने नेता का चुनाव करेंगे.
हालांकि, मुख्यमंत्री पद के संभावित चेहरों को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन भाजपा के भीतर कई लोगों का मानना है कि तीन राज्यों में पार्टी को मिले प्रचंड जनादेश को उसकी नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के प्रति व्यापक जनसमर्थन के रूप में देखा जाना चाहिए. ऐसे में माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्रियों के नाम पर मुहर लगाएगा