बिलासपुर – एनर्जी विटा। बस्तर फूड्स का यह नया उत्पाद, खिलाड़ियों के लिए बनाया गया है। प्रदेश के फूड काउंटरों में इसे बहुत जल्द देखा जा सकेगा क्योंकि प्रारंभिक रुझान, उत्साह बढ़ाने वाले मिल रहें हैं।
महुआ के लड्डू, महुआ बिस्किट्स और महुआ-टी के बाद अब महुआ का एनर्जी विटा, बता रहा है महुआ की महत्ता और गुणवत्ता। कई अनुसंधान और परीक्षण के बाद तैयार एनर्जी विटा, पावडर फार्म में बाजार में पहुंचने लगा है। बस्तर के व्यापारिक संस्थानों में बेहतर मांग के बाद अब यह प्रदेश के खाद्य सामग्री के क्षेत्र में बहुत जल्द नज़र आएगा।
ऐसे बनाया एनर्जी विटा
एनर्जी विटा के लिए प्रमुख आधार महुआ ही रहा लेकिन हानिकारक तत्व को अलग किया गया और शरीर की स्फूर्ति बनाए रखने वाले मोटा अनाज का मानक मिश्रण किया गया। कुछ जरूरी खाद्य सामग्री भी सहारा बनीं एनर्जी विटा को पूर्ण बनाने में। बस्तर के बाजार में बेहतर प्रतिसाद मिलने के बाद अब महुआ का एनर्जी विटा पावडर प्रदेश के बाजार में विस्तार लेने के लिए तैयार है।
खिलाड़ियों के लिए है खास
एनर्जी विटा बनाने वाली कंपनी बस्तर फूड्स का मानना है कि पूरी तरह स्थानीय वनोपज से बनाया गया यह उत्पाद, खिलाड़ियों के लिए इसलिए खास है क्योंकि खेल के पूर्व और बाद में इसका सेवन शरीर को चुस्त रखता है और जरूरी स्फूर्ति बनी रहती है। कोई प्रतिकूल परिणाम, इसलिए नहीं देता क्योंकि निर्माण में केवल प्राकृतिक सामग्री का ही उपयोग किया गया है।
बस्तर फूड्स की चौथी पेशकश
बस्तर फूड्स का पहला उत्पादन था महुआ लड्डू। 200 ग्राम का यह पैक 150 रुपए में मिल रहा है। दूसरी पेशकश थी महुआ बिस्किट्स। इसका 10 पीस का पैक 100 रुपए में उपलब्ध है। महुआ-टी वह तीसरा उत्पाद है, जो तेजी से पहचान बना रहा है। टी बैग के स्वरूप में महुआ-टी की खरीदी 100 रुपए में की जा सकती है। चौथा उत्पादन एनर्जी विटा के रूप में पेश किया गया है। पावडर फॉर्म में 200 ग्राम की कीमत 150 रुपए रखी गई है।
स्फूर्तिदायक है एनर्जी विटा
महुआ के उच्च मानक तत्व तो हैं ही एनर्जी विटा में, साथ ही मोटा अनाज के मिश्रण से तैयार यह उत्पादन खिलाड़ियों में चुस्ती बनाए रखता है। सेवन से खेल के दौरान व बाद में स्फूर्ति भी बनी रहती है।
– राजिया शेख, बस्तर फूड्स, जगदलपुर
औषधीय गुणों का खजाना है महुआ
महुआ का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है। महुआ के फूल का सेवन करने से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है क्योंकि इसमें कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, विटामिन-सी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जो हमें कई रोगों से बचाने में मदद करता है।
अजीत विलियम्स, साइंटिस्ट (फॉरेस्ट्री), बीटीसी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर