टाटा ग्रुप (Tata Group) ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में बुधवार (10 जनवरी) को घोषणा की थी कि वह गुजरात के धोलेरा में एक सेमीकंडक्टर की फैक्ट्री का निर्माण करेगा. वहीं, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने गुरुवार को कहा कि गुजरात में सेमीकंडक्टर चिप बनाने का कारखाना लगाने के लिए टाटा ग्रुप का निवेश ‘बहुत बड़ा’ होगा और प्रोजेक्ट की मंजूरी को लेकर एक कैबिनेट नोट जल्द पेश किया जाएगा.
वैष्णव ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में कहा कि टाटा का प्रस्तावित निवेश महत्वपूर्ण है क्योंकि यह फैब से लेकर आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (OSAT) तक व्यापक सेवा प्रदान करेगा. उन्होंने कहा कि गुजरात के धोलेरा में प्रस्तावित फैब एक सेमीकंडक्टर चिप मैन्युफैक्चरिंग कारखाना होगा. इसमें कंपनी का ‘बड़ा निवेश’ होगा.
केंद्रीय कैबिनेट से जल्द मिलेगी मंजूरी
वैष्णव ने कहा, ‘‘इस पर पहले ही काफी अच्छी प्रगति हो चुकी है. हम इसे बहुत जल्द मंत्रिमंडल में ले जाएंगे और उसके बाद निर्माण शुरू हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी की जरूरत होगी.’’
टेक्निकल पार्टनर के साथ गठजोड़ करेगा टाटा ग्रुप
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि टाटा ग्रुप प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए टेक्निकल पार्टनर के साथ गठजोड़ करेगा. हालांकि, उन्होंने पार्टनर का नाम या निवेश का विवरण शेयर करने से इनकार कर दिया.
2024 में शुरू होगी प्रोजेक्ट
उल्लेखनीय है कि यहां वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के दसवें संस्करण में अपने संबोधन में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने घोषणा की थी कि ग्रुप धोलेरा में सेमीकंडक्टर चिप बनाने का बड़ा कारखाना लगाएगा. इस संदर्भ में बातचीत अंतिम चरण में है. प्रोजेक्ट 2024 में शुरू होगी.