बजट को लेकर शेयर बाजार को बहुत उम्मीदें थी लेकिन कुछ खास नहीं मिलने से मार्केट सुस्ती के साथ कारोबार कर रहे हैं. लेकिन, बजट में हुई एक घोषणा के बाद सरकारी बैंकों में जबरदस्त तेजी आई है. वित्त मंत्री ने बजट में बोरोइंग प्रोग्राम (उधारी) को लेकर अहम ऐलान किया. इसके बाद पीएसयू बैंकों के शेयरों में जबरदस्त तेजी आ गई.
बजट के बाद निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 3 प्रतिशत से अधिक चढ़ गया. बढ़त के साथ कारोबार करने वाले शेयरों में इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा समेत अन्य सरकारी बैंक के स्टॉक शामिल हैं.
क्या रही तेजी की वजह
विश्लेषकों के अनुसार पीएसयू बैंकों के पास निजी क्षेत्र के बैंकों की तुलना में सरकारी बॉन्ड का बड़ा हिस्सा है, जिससे यील्ड में गिरावट और बॉन्ड की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मार्क-टू-मार्केट (एमटीएम) लाभ में वृद्धि हुई है. 10 साल की बॉन्ड यील्ड अपने पिछले दिन के 7.14 प्रतिशत से 7 आधार अंक गिरकर 7.07 प्रतिशत हो गई. बांड की उपज और कीमतें विपरीत दिशाओं में चलती हैं.
सरकार ने 1 अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में बॉन्ड के जरिए 14.13 लाख करोड़ रुपये उधार लेने की घोषणा की है. मनीकंट्रोल पोल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए यह रकम लगभग 15-16 लाख करोड़ रुपये का अनुमान लगाया, जिसमें शुद्ध उधारी 11.50-11.75 लाख करोड़ रुपये के बीच होने का अनुमान है. बजट में हुए इस ऐलान के बाद पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों में 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के स्टॉक में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.
बॉन्ड में पैसा लगाने का क्या फायदा
बॉन्ड निवेश का एक लोकप्रिय निवेश है, खासकर उन लोगों के लिए जो सीमित जोखिम उठा सकते हैं. ज्यादातर कंपनियां और राज्य या केंद्र सरकारें व्यावसायिक खर्च और विकास की परियोजनाओं को पैसे मुहैया कराने के लिए बॉन्ड के माध्यम से फंड जुटाती हैं.