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म्‍यूचुअल फंड में किया है निवेश तो गोल्‍ड या पर्सनल लोन लेने की नहीं जरूरत

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म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने का ट्रेंड लगातार बढ रहा है. आकर्षक रिटर्न और शेयर बाजार के बारे में लोगों के बीच बढती जागरूकता ने लोगों को म्‍यूचुअल फंड में पैसा लगाने को आकर्षित किया है. लेकिन, कई बार निवेशक को पैसों की अचानक जरूरत पड़ जाती है तो वे अपनी इक्विटी म्यूचुअल फंड यूनिट को बेच देते हैं. इसकी वजह से वे अक्सर इक्विटी से उचित रिटर्न नहीं कमा पाते हैं और लॉन्ग टर्म लक्ष्यों तक पहुंचने से चूक जाते हैं. एक म्‍यूचुअल फंड इनवेस्‍टर अपनी यूनिट्स बेचने की बजाए अगर उस पर लोन ले तो वह ज्‍यादा फायदे में रहता है. लगभग सभी बैंक और एनबीएफसी म्‍यूचुअल फंड लोन दे रहे हैं. इस लोन की ब्‍याज दर पर्सनल लोन और गोल्‍ड लोन से कम ही होती है और यह आसानी से मिल भी ज्‍यादा है.

म्‍यूचुअल फंड लोन लेने के दो फायदे हैं. पहला, आपको अपनी यूनिट्स को रिडीम नहीं करना पड़ता. नतीजन आपको अपने निवेश पर रिटर्न मिलता रहता है. दूसरा, आपको कम ब्‍याज पर जल्‍द पैसे भी मिल जाते हैं जिससे आपको इमरजेंसी के लिए फंड उपलब्‍ध हो जाता है.

कौन से फंड पर लोन लेना सही?
लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, वेल्‍थ लेडर डायरेक्‍ट के फाउंडर श्रीधरन एस का कहना है कि म्‍यूचुअल फंड लोन लेना कतई बुरा नहीं है. इक्विटी फंड यूनिट्स की कुल वैल्‍यू का 50 फीसदी लोन मिल जाता है. वहीं, डेट फंड के मामले में 80 फीसदी तक लोन मिल सकता है. श्रीधरन का कहना है कि इक्विटी फंड पर लोन लेने में कोई नुकसान नहीं है, लेकिन डेट फंड पर लोन नहीं लेना चाहिए. इसका कारण यह है कि डेट फंड पर लिए लोन का ब्‍याज इस फंड पर मिल रहे रिटर्न से ज्‍यादा होता है. डेट फंड का रिटर्न जहां 7 फीसदी के करीब है तो डेट फंड पर लोन लेने पर ब्‍याज 9 फीसदी की सालाना दर से शुरू होता है.

लोन राशि और ब्‍याज
इक्विटी म्यूचुअल फंड के मामले में, स्कीम की वैल्यू की 50 फीसदी तक राशि आपको लोन के रूप में मिल सकती है. वहीं, डेट फंड में 80 फीसदी तक लोन मिल सकता है. म्यूचुअल फंड के बदले लिए जाने वाले ज्यादातर लोन की अवधि 12 महीने होती है. इससे आप कम से कम 10,000 रुपये और अधिकतम एक करोड़ रुपये तक लोन ले सकते हैं.
म्यूचुअल फंड स्कीम पर लोन की ब्याज दर आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर तय होती है. आमतौर पर इस लोन के लिए 9 से 10 फीसदी ब्याज लिया जाता है. वर्तमान में मिरे एसेट फाइनेंशियल सर्विसेज 9 फीसदी सालाना की दर से म्‍यूचुअल फंड लोन दे रहा है. बैंकबाजार डॉट. कॉम के अनुसार, एक्सिस बैंक की ब्‍याज दर 10.50 फीसदी से शुरू होती है. वहीं, पर्सनल लोन की बात करें तो एचडीएफसी बैंक 10.5 फीसदी से 21 फीसदी तक, आईसीआईसीआई बैंक 10.50 से 16 फीसदी तक और एक्सिस बैंक 10.49 फीसदी से 22 फीसदी तक सालाना ब्‍याज ले रहा है. गोल्‍ड लोन की ब्‍याज दर भी ज्‍यादातर बैंकों की 10 फीसदी से शुरू होती है.

बाजार में गिरावट पर कराना होगा टॉप-अप
म्‍यूचुअल फंड लोन का एक बड़ा नुकसान यह है कि शेयर बाजार में तेज गिरावट की स्थिति में आपको टॉप-अप लाना होगा. यानी लेंडर आपसे उतना पैसा जमा करने के लिए कहते हैं जितना की इक्विटी म्यूचुअल फंड के मूल्य में गिरावट हुई है. इसलिए आपको म्यूचुअल फंड पर लोन लेते समय मार्केट की स्थिति भी देखनी चाहिए.