अधिकांश बैंक सर्विस ऑनलाइन हो गई हैं. आप घर बैठे इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से बैंक से जुड़े कई काम करा सकते हैं. लेकिन कुछ काम ऐसे हैं जिनके लिए बैंक जाना ही पड़ता है. बढ़ती उम्र में चलने-फिरने की क्षमता भी कम हो जाती है. ऐसे में वरिष्ठ जनों के सामने समस्या आती है कि घर से दूर बैंक जाकर कैसे अपने काम निपटाए जाएं.
इस समस्या का समाधान निकालते हुए बैंकों ने ‘बैंक आपके द्वार’ (डोरस्टेप बैंकिंग सर्विस) जैसी सुविधाएं दे रहे हैं. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक अब अपने सीनियर सिटिजन ग्राहकों को घर बैठे बैंकिंग सुविधाएं दे रहा है और वह भी बिल्कुल मुफ्त.
भारतीय स्टेट बैंक अपने सीनियर सिटीजन और दिव्यांग कस्टमर्स को ध्यान में रखते हुए पैसा जमा करने या निकालने या फिर कोई और दस्तावेज जमा करने सहित कई सेवाओं के लिए डोरस्टेप बैंकिंग की सुविधा दे रहा है. वैसे तो घर पर बैंकिंग की सुविधा के लिए बैंक कुछ ना कुछ चार्ज जरूर करते हैं, लेकिन भारतीय स्टेट बैंक ने अपने दिव्यांग ग्राहकों को मुफ्त में ये सेवाएं दे रहा है. बैंक का कहना है कि दिव्यांग ग्राहकों को एक महीने में तीन बार डोरस्टेप बैंकिंग सर्विस बिल्कुल मुफ्त मुहैया कराई जाती है. तीन के बाद ज्यादा सर्विस के लिए भुगतान करना होगा.
डोरस्टेप बैंकिंग सर्विस में आप घर बैठे अपने बैंक खाते में पैसा जमा करा सकते हैं. पैसा निकाल सकते हैं. चेक जमा करा सकते हैं. पेंशन के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करना, केवाईसी के लिए डॉक्यूमेंट जमा करना आदि सेवाएं घर बैठे ली जा सकती हैं. आप घर बैठे अपने बैंक खाते से 20,000 रुपये तक निकाल सकते हैं.
एसबीआई की जिस ब्रांच में आपका खाता है, उसमें डोरस्टेप बैंकिंग के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इस सुविधा के लिए पैसों से संबंधित लेन-देन पर जीएसटी के साथ 100 रुपये और कैश से इतर गतिविधियों के लिए जीएसटी के साथ 60 रुपये का चार्ज देना होगा.