शिक्षा के मंदिर पर मौत का कुँवा, विभाग के अधिकारी बेखबर, बच्चों के साथ कभी भी हो सकती है अप्रिय घटना
दैनिक तरुण पथ (संतोष साहू )
बिलासपुर – जिला के विकासखंड कोटा परिक्षेत्र के अंतर्गत बुनियादी सुविधाओं को दरकिनार कर स्कूल संचालित करने का मामला प्रकाश में आया है. पूरे मामले को लेकर लिखित शिकायत किया गया जिस विभाग के उच्च अधिकारी मामले की जांच करने की बात कर रहे हैं.
किसी भी देश के विकास में शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. शिक्षा ग्रहण करने वाला स्थान मनुष्य के जीवन को किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक जीवन जीने की कला सीखाती है वही इन दिनों शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाला स्कूल कुछ लोगों के लिए व्यापार का साधन बन चुका है. अधिकांश देखा जाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों पर स्कूल का संचालक अधिक मुनाफा कमाने के उद्देश्य से किया जा रहा है वही चंद स्वार्थी लोग शिक्षा नीति की धज्जियां उड़ा कर मुनाफाखोरी की चाहत मे बच्चों के भविष्य एवं सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला बिलासपुर जिला के विकासखंड शिक्षा अधिकारी कोटा परिक्षेत्र पर देखने को मिल रहा है जिसमें कि शिकायतकर्ता ने मामले को लेकर 16 फरवरी 2024 लिखित शिकायत किया है.
शिकायतकर्ता का आरोप है कि राम सिंह यादव पिता शिवरतन सिंह यादव जिला बांदा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. जो कि विगत 2 वर्ष पूर्व से विकासखंड कोटा ग्राम बिटकुली चौक पर एक मकान को किराए पर लेकर स्कूल संचालन कर रहा है. वही दूसरा स्कूल ग्राम आमागोहन (खोँगसरा) मे किराए के भवन मे स्कूल संचालन किया जा रहा है. शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि उक्त स्थान पर नियमानुसार मानक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है बालक एवं बालिकाओं के लिए पृथक से शौचालय की व्यवस्था नहीं किया गया है. बावजूद इसके संचालक के द्वारा स्कूल का संचालन किया जा रहा जो की न्यूनतम गलत है. मामले पर मीडिया ने जब बिटकुली चौक पर स्थित स्कूल का पड़ताल किया तो देखा कि टॉयलेट के नाम पर खाना पूर्ति किया गया है.
उक्त स्कूल परिसर पर मौजूद जिसे टॉयलेट बताया जा रहा है उसमें दरवाजा नहीं है बल्कि दरवाजा के स्थान पर कपड़े का उपयोग किया जा रहा है. टॉयलेट के अंदर से खुले आसमान दिख रहे हैं उसको अल्बेस्टर या टीन से ढाका नहीं गया है और ना ही उसकी छत को ढलाई किया गया है. कुल मिलाकर टॉयलेट व शौचालय के नाम पर खाना पूर्ति किया करना दिखाई दे रहा है.
शिक्षा के मंदिर पर मौत का कुँवा, विभाग के अधिकारी बेखबर, बच्चों के साथ कभी भी हो सकती है अप्रिय घटना
विकासखंड कोटा के अंतर्गत आने वाले ग्राम बिटकुली चौक पर सरस्वती विद्यापीठ नाम से स्कूल संचालन किया जा रहा है. उस स्कूल पर बच्चों के साथ दुर्घटना होने की संभावनाएं है दरअसल जहां पर स्कूल का संचालन किया जा रहा है. उसके पीछे कांटा तार से घिरा हुआ लगभग 2000 वर्ग फुट खाली स्थान है. वहा पर एक कुँवा मौके पर स्थित है. जो पूरी तरह खुला हुआ है. जिसमें कि नाबालिक बच्चों के साथ बड़ी घटना होने की संभावना है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ऐसे स्थान पर स्कूल संचालन करने के लिए किस अधिकारी ने अनुमति दिया है. अगर समय रहते स्कूल का निरीक्षण कर उचित कार्यवाही नहीं किया जाता है तो अप्रिय दुर्घटना होने की संभावना है.प्रतिमाह 1500 वेतन पर शिक्षक
विकासखंड कोटा के अंतर्गत ग्राम बिटकुली पर संचालित स्कूल पर मीडिया ने जानकारी लिया तब पता चला कि के. जी. वन से लेकर कक्षा आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाया जाता है. जहां पर मात्र तीन शिक्षक इस कार्य को करते हैं. मौके पर मौजूद एक शिक्षक ने बताया कि उन्हें पढ़ाने के एवज में स्कूल संचालक के द्वारा 1500 रूपए प्रतिमाह वेतन देते है. वही माह के अगर चार रविवार छुट्टी के दिन को छोड़ दिया जाए तो शिक्षक अपनी सेवा 26 दिन देते हैं इस हिसाब से एक दिन पढ़ाने के एवज में स्कूल संचालक शिक्षक को लगभग मात्र 57.692 रुपय भुगतान करता है. बहरहाल देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस मामले पर कब तक संज्ञान लेता है.
टी.आर. साहू
जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर
आपके माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है मामले पर जांच करके विधिवत करवाई किया जाएगा