भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास ‘गगन शक्ति’ आगामी 1 अप्रैल से शुरू होगा, जिसके लिए थल सेना ने उन्हें लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया है. 10 दिन तक चलने वाले इस सबसे बड़े सैन्य अभ्यास में वायुसेना के सभी एयर बेस को सक्रिया किया जाएगा. ये अभ्यास पश्चिमी और उत्तरी दोनों मोर्चों को शामिल करते हुए देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित किए जाएंगे.
वायुसेना के लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर देशों के अलग-अलग बेस से ऑप्रेशनल उड़ान भरेंगे और राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में लक्ष्यों पर हमला करेंगे. भारतीय थल सेना ने भारतीय वायुसेना के इस अभ्यास के तहत ऑपरेशनल रेल मोबिलाइजेशन प्लान (ORMP) पहलुओं को लागू करते हुए लगभग 10,000 वायुसैनिकों और गोला-बारूद की पैन इंडिया की मूवमेंट की सुविधा दी है.
पोखरण रेंज में हो रहे इस अभ्यास से एक बार फिर पाकिस्तान कांपेगा क्योंकि यह वहीं स्थान है जहां 1998 में भारत ने अमेरिका की निगरानी को धता बताकर परमाणु परीक्षण कर पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था. पाकिस्तान के साथ ही हर देश यह जान चुका था कि अब भारत भी परमाणु शक्ति से लैस है.