अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में गाजा में चल रहे संघर्ष के बारे में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक संक्षिप्त फोन कॉल में बेहद अहम बातचीत की. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कई चीजें सूचीबद्ध कीं जो इजरायली पीएम को हर कीमत पर नागरिकों की सुरक्षा को ‘विशेष रूप से, ठोस और मापनीय ढंग से’ लागू करने के लिए तुरंत करनी चाहिए.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कई कदमों की रूपरेखा तैयार की और उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री से इस बारे में जल्द से जल्द कदम उठाने का आग्रह किया. जानकारी के अनुसार इन उपायों में शामिल हैं- उत्तरी गाजा की ओर जाने वाली इरेज़ सीमा और दक्षिणी इज़रायल में एक बंदरगाह, अशदोद खोलना ताकि जरूरतमंद लोगों तक मानवीय सहायता पहुंच सके. बाइडेन ने नेतन्याहू से गाजा में एक और प्रवेश बिंदु “केरेम बंदरगाह के माध्यम से माल के प्रवाह को बढ़ावा देने” का भी आग्रह किया.
बातचीत से परिचित सीएनएन सूत्र के अनुसार, नेतन्याहू ने जवाब देते हुए कहा: “जो, हम यह करने जा रहे हैं.” ये उपाय सिर्फ एक सुझाव नहीं थे, बल्कि अमेरिका इन्हें प्राथमिकता के तौर पर लागू करना चाहता था. व्हाइट हाउस की बातचीत के विवरण के अनुसार, बाइडेन ने इस घटना को “अस्वीकार्य” कहा. गुरुवार शाम को, “इजरायली सुरक्षा कैबिनेट ने घिरे इलाके में मानवीय सहायता बढ़ाने के लिए इन तीन उपायों को मंजूरी दे दी थी.”
वर्ल्ड सेंट्रल किचन के कर्मचारियों पर हमले के बाद बाइडेन की यह पहली कॉल थी, जिसमें सात लोगों की जान चली गई थी. बाइडेन ने कथित तौर पर नेतन्याहू को चेतावनी दी कि अगर इज़रायल ने गाजा पट्टी में युद्ध के प्रति अपना दृष्टिकोण नहीं बदला तो इसके ‘गंभीर परिणाम’ होंगे. अमेरिकी अधिकारियों ने आधिकारिक व्हाइट हाउस रीडआउट और कॉल के बाद सार्वजनिक बयानों दोनों में यह बताने से इनकार कर दिया है कि कॉल में अमेरिकी नीति में किन बदलावों पर चर्चा की जा रही है.