दिसंबर 2022 में पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के भूपतिनगर में हुए विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार दो लोगों सहित तृणमूल कांग्रेस के आठ नेता लंबे समय से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच के दायरे में हैं. विस्फोट में तीन लोग मारे गए थे. इन आठ में से, एनआईए ने तृणमूल कांग्रेस के क्षेत्र अध्यक्ष बलाई चरण मैती और बूथ अध्यक्ष मोनोब्रत जना को गिरफ्तार कर लिया है.
इसके अलावा पूर्वी मिदनापुर जिले के सार्वजनिक निर्माण के कार्यकारी अधिकारी मनब कुमार परुआ और उनके दो सहयोगियों सुबीर मैती और नोबो कुमार पांडा को भी एनआईए ने नोटिस जारी किया है. उन्हें सोमवार को केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है.
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के तीन अन्य स्थानीय नेता उत्तम मैती, मिलन बर्मन और शिबोप्रसाद गायेन भी एजेंसी के निशाने पर हैं. सूत्रों ने कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद जून 2023 सेे मामले की जांच कर रही एजेंसी ने पूछताछ के लिए इन आठ नेताओं को समन जारी किया, लेकिन सभी ने समन को नजरअंदाज कर दिया.
शनिवार को एनआईए की टीम ने पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके के नरूआबिला गांव में छापेमारी कर बलाई चरण मैती और मोनोब्रता जाना को गिरफ्तार किया, जिसके बाद भीड़ ने जांच एजेंसी की टीम पर कथित तौर पर हमला कर दिया था. वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जांचकर्ताओं के द्वारा ग्रामीणों पर हमला किए जाने का आरोप लगाया, जिससे राजनीतिक विवाद छिड़ गया।
एनआईए ने कहा कि भूपतिनगर में हुए हमले में उसका एक अधिकारी घायल हो गया और एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. पश्चिम बंगाल में तीन महीने पहले ईडी की टीम पर हमला हुआ था. वे कथित राशन घोटाले के सिलसिले में पांच जनवरी को टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापा मारने गए थे, लेकिन ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की टीम पर हमला कर दिया था. शाहजहां शेख अब पुलिस की गिरफ्त में है.