भारत और गुयाना के बीच एक नया सुरक्षा संबंध जन्मा है, जिसमें रक्षा क्षेत्र में सहयोग की नई किरण चमक रही है. भारत ने गुयाना के रक्षा बल को दो डोर्नियर-228 विमान सौंपा है. वायु सेना की टीम रविवार देर रात दोनों विमानों को 2 सी-17 परिवहन विमानों से लेकर गुयाना पहुंची, जहां उच्चायुक्त ने उनका स्वागत किया. इन विमानों को गुयाना रक्षा बल को ऋण सहायता के रूप में दिया गया है. इस महत्वपूर्ण साझेदारी के अंतर्गत, गुयाना की सुरक्षा बल ने भारत के साथ 23.27 मिलियन डॉलर के ऋण पर हस्ताक्षर किए हैं.
आने वाले समय में गुयाना की आर्मी इनका इस्तेमाल कर पाएगी. भारत में डॉर्नियर 229 को ट्रांसपोर्ट और माल ढुलाई में इस्तेमाल किया जाता है. रिपोर्टों के अनुसार, भारतीय सेना के पास कुल 27 डॉर्नियर 228 विमान हैं. इनका सबसे पहले इस्तेमाल साल 1985 में हुआ था. भारतीय नेवी डॉर्नियर 229 विमानों को यूज कर रही है. बेड़े में अभी 8 और विमानों को जोड़ने की योजना है. नेवी के अलावा एयरफोर्स में भी डॉर्नियर 228 विमान इस्तेमाल किए जा रहे हैं. वहां इन्हें ट्रांसपोर्ट के लिए यूज किया जाता है.
Dornier 228 में ये है खासियत
डोर्नियर-228 को टेकऑफ के लिए 792 मीटर का रनवे और लैंडिंग के लिए सिर्फ 451 मीटर का रनवे चाहिए. इसलिए यह विमान भारतीय मिलिट्री बहुत पसंद करती है. भारत ही नहीं कई और देश में इस विमान का इस्तेमाल नागरिक परिवहन और मिलिट्री के लिए करते हैं. इसमें नेपाल, अमेरिका, जर्मनी और कई अन्य यूरोपीय देश शामिल हैं.