दिल्ली के चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल को राजधानी की राउज एवेन्यू कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है. सीएम की अपने प्राइवेट डॉक्टर से शुगर की बीमारी को लेकर नियमित तौर पर कंसल्ट करने की याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है. अरविंद केजरीवाल की तरफ से नियमित इंसुलिन दिए जाने का अनुरोध किया गया था. इसपर जज ने कहा, ‘AIIMS के विशेषज्ञ डॉक्टरों (Endorinologist/Diabatologist) की देखरेख में इसके लिए एक मेडिकल बोर्ड बनाया जाए जो इसपर फैसला लेगा.’
अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों राउज एवेन्यू कोर्ट का रुख किया था. याचिका लगाकर दिल्ली के सीएम ने कहा था कि उन्हें शुगर की बीमारी है. गिरफ्तारी से पहले वो अपने प्राइवेट डॉक्टर से इसका इलाज करवा रहे हैं. सीएम का कहना था कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन्हें अपने डॉक्टर से नियमित तौर पर कंसल्ट करने की इजाजत दी जाए. दिल्ली शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने बीते महीने 21 मार्च को अरेस्ट किया था. वो इस वक्त न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं. इसी मामले में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी तिहाड़ जेल में बंद हैं.
ईडी ने याचिका पर क्या कहा था?
प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से अरविंद केजरीवाल की याचिका का विरोध करते हुए कहा गया कि सीएम ‘टाइप 2’ मधुमेह होने के बावजूद हर दिन आम और मिठाई जैसे खाद्य पदार्थ खा रहे हैं ताकि चिकित्सा आधार पर उन्हें जमानत मिल सके. ईडी ने दावा किया कि केजरीवाल चिकित्सा आधार पर जमानत लेने या अस्पताल में भर्ती होने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थों को खा रहे हैं. ईडी ने अदालत से कहा, ‘‘टाइप 2 मधुमेह के मरीज होने के बावजूद केजरीवाल नियमित रूप से चीनी वाली चाय, आम, केला, मिठाई (1 या 2 टुकड़े), पूड़ी, आलू की सब्जी आदि जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं. इन चीजों के सेवन से रक्त शर्करा में वृद्धि होती है. ऐसा चिकित्सा आधार पर अदालत से जमानत पाने के लिए किया जा रहा है.’’