गर्मियों की छुट्टियों की दस्तक के साथ ट्रेनों में सीटों का रिजर्वेशन मिलना लगभग असंभव हो गया है. ऐसे में, बहुत से ऐसे लोग हैं, जो इस परिस्थिति का अलग-अलग तरीके से फायदा उठाने में लगे हुए हैं. वहीं, कंफर्म सीट की आस में लोग किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हो जाते हैं. दिल्ली पुलिस ने ऐसे ही मामले का खुलासा कर तीन ‘टीटीई’ को गिरफ्तार किया है.
क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय भाटिया के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान संतोष कुमार, आशुतोष कुमार और अफरोज अंसारी के रूप में हुई है. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी
इनके निशाने पर मुख्यतौर पर बिहार की ट्रेनों से यात्रा करने वाले मुसाफिर होते थे. इनकी गिरफ्तारी के बाद मामलों का खुलासा हुआ है.
कैसे हुआ पूरे मामले का खुलासा?
डीसीपी संजय भाटिया के अनुसार, सीट कंफर्म कराने के नाम पर चल रही गैरकानूनी गतिविधियों को लेकर क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी. इसी जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच ने इंटेलीजेंस इनपुट एकत्रित करना शुरू किए. क्राइम ब्रांच की टीम ने एक सीक्रेट इंटेल की मदद से पहली गिरफ्तारी गुरुग्राम के इफ्को चौक से गई. आरोपी की पहचान संतोष कुमार के रूप में हुई.
पूछताछ के दौरान, आरोपी संतोष ने स्वीकार किया कि वह राकेश पासवान और अफरोज नामक अपने दो साथियों के साथ ऐसे यात्रियों को अपने जाल में फंसाता था, जो ट्रेन में कंफर्म टिकट के लिए परेशान होते थे. खुद को भारतीय रेलवे का ट्रैवलिंग टिकट एग्जॉमिनर (टीटीई) बताने वाले तीनों आरोपियों के निशाने पर खासतौर पर बिहार की तरफ जाने वाली ट्रेनों के मुसाफिर हुआ करते थे.