ऑनलाइन गेमिंग के बढ़ते जुनून के साथ खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं. खासकर चीन के ऐप को लेकर भारत ही नहीं दुनियाभर के देश अलर्ट हैं. अमेरिका में पिछले दिनों टिकटॉक जैसे शॉर्ट वीडियो शेयरिंग ऐप को बैन कर दिया गया और भारत में भी 100 से ज्यादा चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगाए गए. लेकिन, अब ऑस्ट्रेलिया की रिसर्च फर्म ने दावा किया है कि इन ऐप से भी ज्यादा खतरनाक चीन के गेमिंग ऐप हैं, जो दुनियाभर से लोगों का पर्सनल डाटा चुरा रहे हैं. मतलब, यूजर तो ऑनलाइन गेम के मजे ले रहे होते हैं और चीन इसी ऐप के जरिये उनकी पर्सनल जानकारियां चुराकर अपने डाटा सेंटर में सेव कर रहा है.
ऑस्ट्रेलियन स्ट्रेटजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने अपनी हालिया रिसर्च में कहा है कि चीन की सरकार लोगों के पर्सनल डाटा को जुटाने का प्रोपेगेंडा पूरी दुनिया में चला रही है. ऐप्स और गेम्स के जरिये यूजर्स की पर्सनल जानकारियां चुराकर चीन अपने डाटा सेंटर में जुटा रहा है. रिसर्च फर्म ने चेतावनी दी कि सिर्फ टिकटॉक से ही खतरा नहीं है, बल्कि कई पॉपुलर ऐप्स के जरिये चीन अपने अथॉरिटीज तक लोगों की पर्सनल जानकारियां भेज रहा है और उनकी जासूसी कर रहा है.
3 ऐप से ज्यादा खतरा
शोध में खुलासा हुआ है कि चीन के मुख्य रूप से 3 ऐसे ऐप हैं, जिनसे पर्सनल जानकारियां चोरी होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. इसमें फैंटेसी एक्शन गेम्स जेनसिन इम्पैक्ट (Genshin Impact), राइड बुकिंग ऐप दीदी राइडर (DiDi Rider) और पॉपुलर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म टेमू (Temu) के जरिये चीन अपने यूजर्स के पर्सनल डाटा को एकत्र कर रहा है. स्टडी कहती है कि चीन मीडिया, गेमिंग और अन्य टेक ऐप के जरिये डाटा जुटाने पर जोर दे रहा है. जेनसिन इम्पैक्ट के 10 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं.
क्या करेगा इस डाटा का
स्डटी के मुताबिक, दुनियाभर से यूजर्स के पर्सनल डाटा को जुटाकर चीन ग्लोबल इन्फॉर्मेशन इकोसिस्टम को अपने मुताबिक चेंज करना चाहता है. इसका मकसद सूचना की ताकत पर कंट्रोल करना और लोगों की पसंद को अपने मुताबिक ढालने के अलावा चीन के कल्चर, तकनीक, इकॉनमी और मिलिट्री इन्फ्लूएंस को पूरी दुनिया पर थोपने की तैयारी है. जैसे टेमू ऐप का इस्तेमाल कर चीन यह समझ रहा है कि लोगों की पसंद क्या है और वे अपनी दुनिया में रियलिटी किसे मानते हैं
भविष्य के लिए अभी से सचेत हो दुनिया
स्टडी में कहा गया है कि चीन की कारगुजारी से बचने और भविष्य में सूचनाओं को अपने ऊपर थोपे जाने से बचने के लिए दुनिया के अन्य देशों को अभी से तैयारी करनी चाहिए. सभी देशों के नीति निर्माताओं को भविष्य की इन सूचनाओं के खिलाफ अभी से मजबूत डिफेंस सिस्टम और सुरक्षा तंत्र विकसित करना होगा, ताकि कल को जब बीजिंग अपनी मंशा दूसरों पर थोपे तो उसका जवाब दिया जा सके और रोका जा सके.