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मोदी सरकार 3.0 की राह में रोड़ा बनेगा इंडिया अलांयस? दिल्ली से बिहार तक हलचल, नीतीश-नायडू के हाथ में गेम

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लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ गए. भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए को बहुमत मिल गया है. संभवत: एक बार फिर मोदी सरकार के आसार नजर आ रहे हैं. मगर इसके लिए नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की भूमिका अहम होगी. चुनावी नतीजों के बाद भी ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि अभी खेला बाकी है. आज एनडीए और इंडिया अलायंस की अहम बैठकें हैं. इन बैठकों में ही अगली सरकार का खाका तैयार होगा. हालांकि, आज स्पष्ट हो जाएगा कि मोदी सरकार का दावा कितना मजबूत है और इंडिया अलायंस गेम में कितना बचा है

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद अब सबको सरकार का इंतजार है. खटाखट नतीजों के बाद अब फटाफट सरकार बन पाएगी या नहीं, इस पर सस्पेंस बरकरार है. क्या पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बना लेगी या इंडिया गठबंधन कुछ बड़ा खेला करेगा, इसे लेकर जारी सस्पेंस पर आज का दिन अहम है. भाजपा के पास बहुमत न होने की

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद अब सबको सरकार का इंतजार है. खटाखट नतीजों के बाद अब फटाफट सरकार बन पाएगी या नहीं, इस पर सस्पेंस बरकरार है. क्या पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बना लेगी या इंडिया गठबंधन कुछ बड़ा खेला करेगा, इसे लेकर जारी सस्पेंस पर आज का दिन अहम है. भाजपा के पास बहुमत न होने की वजह से उसे अपने सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ रहा है. नई सरकार को लेकर अब सबकी निगाहें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू पर टिक गई हैं. अभी तक तो ये दोनों एनडीए के अलायंस पार्टनर हैं, मगर आगे भी रहेंगे इसकी गारंटी कोई नहीं ले सकता. सियासत में कब किस ओर पाला बदल ले, यह कल्पनाओं से परे है. यही वजह है कि आज एनडीए और इंडिया अलायंस ने अपनी अलग-अलग बैठक बुलाई है. दोनों ओर के नेता और सांसद दिल्ली में रहेंगे और ताबड़तोड़ बैठकों से फ्यूचर प्लान तय हो जाएगा. इसलिए आज का दिन राजनीतिक लिहाज से काफी अहम रहने वाला है.

वहीं, चुनावी नतीजों की बात करें तो एनडीए को तो बहुमत मिल गया है, मगर भाजपा अपने दम पर बहुमत से दूर है. ऐसे में अब नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू ही किंग मेकर की भूमिका में रहेंगे. लोकसभा चुनाव रिजल्ट के मुताबिक, एनडीए को 292 सीटों पर संतोष करना पड़ा है, जबकि इंडिया अलायंस को 234 सीटें मिली हैं. इनमें से केवल भाजपा को 240 और कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं. यहां बताना जरूरी है कि भाजपा ने इस चुनाव में 400 पार का नारा दिया था.