Home छत्तीसगढ़ सामाजिक परिवर्तन में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण- अक्षय नामदेव

सामाजिक परिवर्तन में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण- अक्षय नामदेव

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माध्यमिक शाला तिलोरा के प्रधानपाठक सहदेव सिंह मराबी के सेवानिवृत्ति पर शिक्षकों ने आयोजित किया सम्मान समारोह

सामाजिक परिवर्तन में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जब जब देश एवं समाज को जरूरत पड़ी है शिक्षकों ने ने ईमानदारी से काम करते हुए अपनी भूमिका रेखांकित की है इसका आकलन भले तुरंत ना हो लेकिन देर सबेर पीढ़ियां उन्हें याद करती है।

उक्त बातें गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा विकासखंड स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला तिलोरा के प्रधान पाठक सहदेव सिंह मराबी के सेवानिवृत्ति अवसर पर शिक्षकों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में संकुल प्राचार्य अक्षय नामदेव ने व्यक्त किया। श्री नामदेव ने कहा की आज श्री मरावी के सम्मान में जिस तरह शिक्षक अपने भाव प्रकट कर रहे हैं उससे यह स्पष्ट है कि उन्होंने अत्यंत ईमानदारी सरलता सहजता के साथ शिक्षकीय दायित्व का निर्वहन किया है। सही मायने में कहा जाए तो यह सम्मान समारोह सेवा का सम्मान है ।सुदूर वनांचल ग्राम तिलोरा जो कोरबा जिला से सटा हुआ है वहां चुनौती पूर्ण वातावरण में श्री सहदेव सिंह मराबी जी ने शिक्षा की ज्योति जलाई। सीमित संसाधनों में उन्होंने यहां 2008 से अपनी सेवाएं दी। उनकी कर्मठता एवं ईमानदारी बाकी अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणा का विषय है। उन्होंने कहा कि शिक्षकीय कार्य के अलावा श्री मरावी ने अपने को अध्यात्म से भी जोड़े रखा जिसकी परिणीति है कि आज उनका बेटा फौजी के रूप में देश की सेवा में है।श्री नामदेव ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से आशा की है कि ऐसे ईमानदार शिक्षक के सवत्वों का तथा पेंशन प्रकरण का निराकरण निर्धारित समयावधि के भीतर होगा।
इसके पूर्व सेवानिवृत्ति प्रधान पाठक सहदेव सिंह मराबी का तिलक लगाकर शाल , श्री रामचरितमानस,श्रीफल एवं पुष्प से सामूहिक रूप से सभी शिक्षकों ने सम्मान किया। इस अवसर पर सेवानिवृत्ति प्रधान पाठक सहदेव सिंह मरावी ने शिक्षकों द्वारा सम्मान समारोह आयोजित करने पर कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि वर्ष 1984 से उन्होंने अपनी शिक्षकीय यात्रा प्रारंभ की तथा अपने जीवन काल का ज्यादातर समय अपने गृह क्षेत्र पेंड्रा में ही बिताया। यहां वे 2008 से प्रधान पाठक पद पर पदस्थ हुए परंतु कसक रह गई कि वे प्रधान पाठक के रूप में नहीं शिक्षकीय कार्य ही करते रहे क्योंकि उनके विद्यालय में शुरू से स्टाफ की कमी रही।सिर्फ एक ही शिक्षक उन्हें मिला। श्री मरावी ने कहा कि यथासंभव उन्होंने अपना कार्य ईमानदारी से किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए शिक्षक विनोद मिश्रा ने उनके जीवनवृतत पर प्रकाश डाला तथा उन्हें आध्यात्मिक प्रवृत्ति का शिक्षक बताया। इसके पूर्व संकुल क्षेत्र सकोला के शिक्षक शिवपाल सिंह उईके, आकाश वर्मा प्रीतम दरकेश,महा सिंह मरावी, भागीरथी राठौर, अशोक दलपति, संकुल समन्वयक मोहन सिंह कुशराम, स्वरूप सिंह सिंदराम इत्यादि शिक्षकों ने अपने उद्बोधन में सहदेव सिंह मराबी गुरु जी को मानवीय गुणों से ओत्प्रोत शिक्षक बताया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक विनोद मिश्रा ने किया तथा आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के संयोजक शिक्षक आकाश वर्मा प्रभारी प्रधान पाठक मिडिल स्कूल तिलोरा ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों एवं ग्रामवासी श्री मरावी के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिए तथा लंबे समय से गांव में शिक्षक की सेवा देने वाले प्रधान पाठक सहदेव सिंह मरावी जी को भावभीनी विदाई दी।