Home छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द, रूट भी बदले……शहडोल में बस...

छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द, रूट भी बदले……शहडोल में बस पलटी, यूपी के 20 मजदूर घायल

0

छत्तीसगढ़ में ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला जारी है. भारतीय रेलवे ने एक बार फिर ट्रेनों को रद्द किया है और उनका रूट बदला है. रेलवे ने 4 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 6 ट्रेनों के रूट में भी बदलाव किया है. इस वजह से 6 से 14 सितंबर तक ट्रेन का संचालन प्रभावित रहेगा. कल यानी 3 सितंबर को भी 11 ट्रेनों को रद्द किया गया था. उसके पहले 18 और 8 ट्रेनों को रद्द किया गया था. दरअसल, उत्तर रेलवे के दिल्ली रेल मंडल में विकास का काम होना है.
एमपी के शहडोल जिले में लखनऊ से छत्तीसगढ़ जा रही यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे में 20 से अधिक यात्री घायल हैं. दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. भोरमदेव ट्रैवल्स की बस यूपी के लखनऊ से मजदूरों को लेकर छत्तीसगढ़ जा रही थी. बस पलटने के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई. बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे. मामले की जानकारी लगते ही सिंहपुर पुलिस मौके पर पहुंची. उसने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया. घटना सिंहपुर थाना क्षेत्र के मिठौरी के जंगल के पास घटी.

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में दूसरी पत्नी की हत्या कर पति फरार हो गया था. उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसने जेल से छूटने के बाद शराब के नशे में दूसरी पत्नी को पीट पीटकर मार डाला था. वह पहली पत्नी और भाई की हत्या मामले में जेल गया था. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दर्दनाक हादसा हुआ है. यहां के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक जयरोग्य अस्पताल में 3 सितंबर को आग लग गई थी. यह आग आईसीयू में लगी थी. इसमें शिफ्टिंग के बाद तीन गंभीर मरीजों ने दम तोड़ दिया है. जिस वक्त आग लगी थी उस वक्त आईसीयू मे 6 मरीज वेंटिलेटर पर थे और 4 ऑक्सीजन स्पोर्ट पर थे.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पिता सेठ पूनमचंद यादव का 3 सिंतबर को निधन हो गया. वे 100 वर्ष के थे. वे कुछ समय से अस्वस्थ थे. उनका उज्जैन के अस्पताल में इलाज चल रहा था. उनके निधन की खबर मिलने के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर फैल गई. दिवंगत पूनमचंद यादव ने शुरूआती जीवन में काफी संघर्ष किया और परिवार का बेहतर पोलन-पोषण किया. स्व. पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा 4 सिंतबर सुबह 11.30 बजे उनके निज निवास गीता कॉलोनी, अब्दालपुरा से प्रारंभ होगी. उनका अंतिम संस्कार क्षिप्रा तट पर भूखीमाता मंदिर के पास होगा.