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टाटा में इस शख्‍स की मर्जी के बिना पत्ता तक नहीं हिलता, एक साल में कंपनी से उठाई 135 करोड़ रुपये की सैलरी

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देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा समूह की कमान संभाल रहे एन.चंद्रशेखरन की मर्जी के बिना ग्रुप में पत्‍ता भी नहीं हिलता. टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन को इस बड़ी जिम्‍मेदारी को निभाने के लिए कंपनी मोटा पैसा देती है. टाटा संस के चेयरमैन को वित्‍त वर्ष 2024 में 135 करोड़ रुपये वेतन व भत्‍तों के रूप में मिले.यह वित्‍त वर्ष 2023 को उनको मिले वेतन से 20% अधिक है. इस वृद्धि के साथ, चंद्रशेखरन भारत की किसी भी कंपनी के सबसे अधिक वेतन पाने वाले पेशेवर प्रमुख बने रहे. उनका FY24 का पैकेज मुख्य रूप से 122 करोड़ रुपये के कमीशन और 13 करोड़ रुपये के वेतन और अन्य भत्तों से बना है.

चंद्रशेखरन ने FY24 में छह सूचीबद्ध ऑपरेटिंग कंपनियों — TCS, IHCL, टाटा स्टील, टाटा पावर, टाटा कंज्यूमर और टाटा केमिकल्स के गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में 17 लाख रुपये की सिटिंग फीस भी प्राप्त की और इन कंपनियों के 168 करोड़ रुपये के शेयरों के मालिक भी हैं. दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो के पूर्व सीईओ थिएरी डेलापोर्ट को फाइनेंशियल ईयर 2024 में 167 करोड़ रुपये मिले. लेकिन, उनके मुआवजे में एक महत्वपूर्ण राशि में सेवरेंस पैकेज और स्टॉक ऑप्शन की थी.

सौरभ अग्रवाल को मिले 30 करोड़
टाटा संस के सीएफओ सौरभ अग्रवाल को वित्त वर्ष 2024 में 30 करोड़ रुपये मिले. वह टाटा ग्रुप में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले दूसरे एग्जीक्यूटिव हैं. उनकी कमाई टीसीएस, टाटा स्टील और आईएचसीएल के प्रमुखों से अधिक रही. वित्त वर्ष 2023 के मुकाबले वित्‍त वर्ष 2024 में उनका वेतन 8 फीसदी बढ गया. FY24 में TCS के CEO के. कृतिवासन को 25 करोड़ रुपये, IHCL के प्रमुख पुनीत चटवाल को 19 करोड़ रुपये और और टाटा स्टील के प्रमुख टी. वी. नरेंद्रन को 17 करोड़ रुपये पारिश्रमिक मिला.

टीसीसएस के कृतिवासन के पारिश्रमिक में 1 अप्रैल 2023 से 31 मई 2023 तक TCS के ग्लोबल BFSI हेड और 1 जून 2023 से 31 मार्च 2024 तक CEO के रूप में उनके कार्यकाल के लिए मिला मुआवजा शामिल था. उन्होंने राजेश गोपीनाथन के अचानक इस्तीफे के बाद TCS को संभाला. TCS टाटा संस की आय में लाभांश और ब्रांड सदस्यता शुल्क के रूप में सबसे बड़ा योगदानकर्ता है.

इनको भी मिला मोटा वेतन
टाटा ग्रुप की अन्य फर्मों के सीईओ जैसे टाटा पावर के प्रवीर सिन्हा और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के सुनील डिसूजा ने FY24 में प्रत्येक ने 10 करोड़ रुपये कमाए, जबकि टाटा केमिकल्स के आर. मुकुंदन ने इसी अवधि के दौरान 8 करोड़ रुपये प्राप्त किए. कई सीईओज के पास उन टाटा कंपनियों के शेयर भी हैं, जिन्हें वे चलाते हैं.