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संदीप घोष का एक और कांड, मेल नर्स पर भी डाली गंदी नजर….जानकर आ जाएगी शर्म

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लेडी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के बाद से आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सवालों के घेरे में हैं. सीबीआई लगातार ही घोष के काले कारनामों की परतें खोलने में जुटी है. इस बीच वर्ष 2017 में छपी एक रिपोर्ट एक बार सुर्खियों में आ गई है. यह रिपोर्ट वर्ष 2017 में हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में छपी थी, जो अब एक बार फिर तेजी से वायरल हो रही है.

इस रिपोर्ट में ऑर्थोपेडिक सर्जन संदीप घोष पर नर्सिंग क्लास के एक पुरुष छात्र को गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया गया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नर्सिंग स्टूडेंट ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि संदीप घोष ने उसके नितंबों को थपथपाया और उसके प्राइवेट पार्ट्स को छूने की कोशिश की. फिर उन्होंने ने कथित तौर पर उसे छात्र से पूछा, ‘आपको कैसा लग रहा है?’

इस मेल नर्सिंग स्टूडेंट ने जब इस मामले की शिकायत की तो संदीप घोष ने अपने खिलाफ शिकायत को गलतफहमी के कारण बताया,.उन्होंने कहा कि वह दिखा रहे थे कि कंधे की हड्डी कैसे ठीक की जा सकती है, तभी उन्होंने नर्स के नितंबों को गलती से छू लिया था.

जांच में जुटा ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन
हालांकि यह साफ नहीं कि इस रिपोर्ट में आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का ही जिक्र है, या ये कोई दूसरे संदीप घोष हैं. उधर पश्चिम बंगाल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन ने कहा कि वह ‘रिपोर्ट की जांच कर रहा है’. कुछ सदस्यों ने कहा कि उन्हें पता है कि घोष को विदेश में अपनी एक यात्रा के दौरान ‘कानूनी केस’ का सामना करना पड़ा था.

उधर पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने संदीप घोष को शनिवार को ही कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 72 घंटे में जवाब मांगा था. सूत्रों के मुताबिक, संदीप घोष अगर 72 घंटों के भीतर कारण बताओ नोटिस का कोई जवाब नहीं देते हैं तो उनका रजिस्ट्रेशन रद्द किया जा सकता है. हालांकि यह मियाद अब पूरी हो चुकी है, ऐसे में अब देखना होगा कि मेडिकल काउंसिल अब क्या कदम उठाती है.

आरजी कर अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े होने के आरोप में डॉक्टर संदीप घोष, सीबीआई की हिरासत में हैं. संदीप घोष के खिलाफ सीबीआई दो केसों की जांच कर रही है. एक मामला महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या का है, जबकि दूसरा मामला उनके कार्यकाल के दौरान आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा हुआ है. उन्हें दूसरे मामले में गिरफ्तार किया गया था.