सेबी ने एक बड़ी कार्रवाई में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए निवेशकों को गुमराह कर मोटा मुनाफा कमाने का दावा करने वाले फिनफ्लुएंसर मोहम्मद नसिरुद्दीन अंसारी और उनके सहयोगियों को 17.2 करोड़ रुपये लौटाने का आदेश दिया है. ‘Baap of Chart’ नाम से मशहूर अंसारी और उनकी कंपनी Golden Syndicate Ventures (GSVPL) को इसमें से 16.89 करोड़ रुपये वापस करने को कहा गया है. साथ ही, अन्य चार व्यक्तियों को भी बकाया राशि लौटानी होगी.
सेबी ने अंसारी पर सिक्योरिटी मार्केट में एक साल तक कारोबार करने पर प्रतिबंध लगाया है, जबकि बाकी सहयोगियों पर छह महीने तक का प्रतिबंध लगाया गया है. सेबी का कहना है कि अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निवेशकों को भ्रमित करने वाले स्टॉक टिप्स और मार्केट कोर्स के माध्यम से झूठे दावे किए. ‘Baap of Chart’ नामक यूट्यूब चैनल और वेबसाइट के जरिए उन्होंने निवेशकों को 95% तक सही रिटर्न का दावा किया, लेकिन हकीकत में जनवरी 2021 से जुलाई 2023 तक उन्हें खुद 2.89 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
सेबी की जांच में क्या खुलासा हुआ?
सेबी ने इन झूठे वादे करने और जानकारी छिपाने का आरोप लगाया है. सेबी के अनुसार, अंसारी ने “सुनिश्चित रिटर्न” का दावा किया और अपने वास्तविक व्यापारिक घाटे की जानकारी निवेशकों से छुपाई. वेबसाइट और यूट्यूब चैनल के जरिए स्टॉक मार्केट कोर्स और ट्रेडिंग कॉल्स के लिए झूठे रिटर्न का दावा किया गया, जबकि उनके व्यापारिक रिकॉर्ड विपरीत थे.
अंसारी की ओर से क्या आया जवाब
अंसारी ने अपने घाटे को “व्यक्तिगत चुनौतियों” और “बिजनेस पर ध्यान देने” का कारण बताया, लेकिन सेबी ने इसे ग्राहकों को धोखा देने का प्रयास माना. सेबी ने अंतिम आदेश में कहा कि अंसारी और उनके सहयोगियों ने निवेशकों को गुमराह कर बड़ी रकम कमाई और उचित दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया. इस आदेश के तहत, सभी दोषियों को रकम लौटानी होगी और आगे की गतिविधियों के लिए प्रतिबंधों का पालन करना होगा.