रिपब्लिक डे के चीफ गेस्ट भारत आ गए. 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस की तैयारी हो पूरी चुकी है. अब तो मेहमान भी आने लगे हैं. परेड का रिहर्सल फाइनल है. कर्तव्य पथ दुल्हन की तरह सज गई है. दुनिया की सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश के मुखिया गणतंत्र दिवस के लिए भारत की धरती पर आ चुके हैं. जी हां, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियंतो रिपब्लिक डे पर चीफ गेस्ट हैं. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियंतो राष्ट्र प्रमुख के रूप में भारत की अपनी पहली यात्रा पर गुरुवार रात यहां पहुंचे. वह भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली आए हैं.
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रोबोवो सुबियंतो की भारत यात्रा को लेकर पहले बहुत सस्पेंस था. यूं कहिए की पेच फंसा था. पेच की असल वजह उनकी यात्रा का पाक कनेक्शन था. राष्ट्रपति सुबियंतो भारत के रिपब्लिक डे परेड के बाद सीधे पाकिस्तान जाना चाहते थे. इस वजह से ही भारत ने चीफ गेस्ट के नाम के ऐलान में देरी की. भारत नहीं चाहता था कि सुबियंतो भारत यात्रा के बाद सीधे पाकिस्तान जाएं. वह भारत यात्रा को पाकिस्तान दौरे के साथ कनेक्ट करना चाह रहे थे. तब भारत ने अपनी कूटनीति का कमाल दिखाया. भारत ने राजनयिक चैनल के माध्यम से इंडोनेशिया के सामने यह मुद्दा उठाया. उसे अच्छे से समझाया कि भारत अपने किसी भी कार्यक्रम में पाक कनेक्शन नहीं चाहता.
भारत के बाद सीधे कहां जाएंगे चीफ गेस्ट
आखिरकार सुबियंतो भारत की बात मान गए. अब वह भारत दौरे के बाद सीधे पाकिस्तान नहीं जाएंगे. उन्होंने अपने कार्यक्रम में बदलाव किया है. उन्होंने खुद कहा है कि वह भारत की यात्रा के बाद सीधे मलेशिया जाएंगे. राष्ट्रपति सुबियंतो प्रबोवो ने कहा कि वह अपनी इंडोनेशिया यात्रा के बाद मलेशिया के लिए रवाना होंगे. अपनी यात्रा का ब्योरा देकर उन्होंने कहा कि भारत की यात्रा का उद्देश्य सुरक्षा, समुद्री और डिजिटल टेक्नोलॉजी विकास जैसे क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग को मजबूत करना है. उन्होंने कहा, ‘मैं भारत में अपना कार्यक्रम पूरा करने के बाद यांग दी-पर्टुआन अगोंग सुल्तान इब्राहिम और प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के निमंत्रण पर अपनी मलेशिया यात्रा जारी रखूंगा. एक मजबूत और अधिक समृद्ध क्षेत्र के निर्माण के लिए मित्र देशों के साथ घनिष्ठ सहयोग हमेशा से हमारी प्राथमिकता रही है.’