Home देश FD चुनें या स्मॉल सेविंग स्कीम? किसमें मिलेगा तगड़ा रिटर्न

FD चुनें या स्मॉल सेविंग स्कीम? किसमें मिलेगा तगड़ा रिटर्न

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फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) बेहतर रहेगा या स्मॉल सेविंग स्कीम में न केवल गारंटीड रिटर्न मिलता है बल्कि पैसे भी सुरक्षित रहता है. अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो सोच रहे होंगे कि फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) बेहतर रहेगा या स्मॉल सेविंग स्कीम? इसमें निवेश करने से पहले आपको रिटर्न और दूसरे फायदों की तुलना कर लेनी चाहिए.

आमतौर पर एफडी निवेशकों को सालाना 6.7 से 7 फीसदी तक का ब्याज देता है, जबकि अन्य टैक्स सेविंग स्कीम थोड़ी ज्यादा रिटर्न देती हैं. मौजूदा ब्याज दरों के अनुसार, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) सालाना 7.1 फीसदी का रिटर्न देता है. सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम पर निवेशकों को सालाना 8.2 फीसदी का ब्याज मिलता है. सुकन्या समृद्धि अकाउंट पर सालाना 8.2 फीसदी तक का रिटर्न मिलता है. नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर 7.7 फीसदी का रिटर्न है और किसान विकास पत्र (KVP) पर 7.5 फीसदी का रिटर्न मिलता है.

टैक्स सेविंग्स
एक बात निवेशकों को ध्यान में रखना चाहिए, वह यह है कि न्यू टैक्स रिजीम – जो अब डिफॉल्ट रिजीम भी है – में टैक्सपेयर्स को उनके निवेश पर छूट का दावा करने का अधिकार नहीं है. इसका मतलब है कि जब आप पीपीएफ और अन्य स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश करते हैं, तो निवेश की गई इनकम को कोई विशेष छूट नहीं मिलेगी और यह एक टर्म डिपॉजिट में निवेश की तरह ही टैक्सेबल होगी.

हालांकि, इन निवेशों से बाद के वर्षों में कमाई गई इनकम टैक्स फ्री होगी, जो कि फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज पर लागू नहीं होती. अगर आप कम टैक्स ब्रैकेट या जीरो टैक्स ब्रैकेट में आते हैं, तो इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता. लेकिन जो लोग 30 फीसदी इनकम टैक्स ब्रैकेट में आते हैं, वे फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसा लॉक करने पर अपनी ब्याज आय का लगभग एक-तिहाई हिस्सा खो देते हैं. 20 फीसदी टैक्स ब्रैकेट में आने वाले लोग एफडी के मामले में अपनी आय का एक-पांचवां हिस्सा टैक्स के रूप में खो देंगे. मिंट के बात करते हुए अपना धन फाइनेंशियल सर्विसेज की फाउंडर प्रीति जेंडे ने कहा कि हर निवेश प्रोडक्ट की अपनी विशेषताएं और फायदे होते हैं और इन्हें उसी के अनुसार चुना जाना चाहिए.