

छत्तीसगढ़ के 1300 प्राइवेट स्कूल मालिकों ने सीजी बोर्ड की मान्यता लेकर सीबीएसई की पढ़ाई के नाम पर पालकों से करोड़ों रुपये की वसूली कर ली और पांचवीं व आठवीं की केंद्रीकृत परीक्षा लेने से हाथ खड़े कर दिए। स्कूल शिक्षा विभाग ने दबाव बनाया तो हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी और अपनी विवशता बता दी। इन प्राइवेट स्कूल मालिकों के सामने सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन ने एक अनूठा उदाहरण पेश किया है। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन ने पांचवीं और आठवीं की केंद्रीकृत परीक्षा में शामिल होने का निर्णय लिया है।
सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि राज्य शासन ने बच्चों की भविष्य की चिंता करने के साथ ही शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया है। सरकार के निर्णय में बराबर की भागीदारी निभाएंगे। विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य हमारी पहली प्राथमिकता है।
सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि राज्य शासन ने बच्चों की भविष्य की चिंता करने के साथ ही शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया है। सरकार के निर्णय में बराबर की भागीदारी निभाएंगे। विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य हमारी पहली प्राथमिकता है।
सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि राज्य शासन ने बच्चों की भविष्य की चिंता करने के साथ ही शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया है। सरकार के निर्णय में बराबर की भागीदारी निभाएंगे। विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य हमारी पहली प्राथमिकता है।
सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि राज्य शासन ने बच्चों की भविष्य की चिंता करने के साथ ही शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया है। सरकार के निर्णय में बराबर की भागीदारी निभाएंगे। विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य हमारी पहली प्राथमिकता है।
सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि राज्य शासन ने बच्चों की भविष्य की चिंता करने के साथ ही शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया है। सरकार के निर्णय में बराबर की भागीदारी निभाएंगे। विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य हमारी पहली प्राथमिकता है।
0 विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के क्षेत्र में एक बड़ा निर्णय
सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय का मानना है कि केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार का 5वीं/8वीं बोर्ड परीक्षा आयोजित करना शालाओं की शैक्षणिक गुणवत्ता एवं विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के क्षेत्र में एक बड़ा निर्णय है। इस निर्णय का स्वागत करते हुए सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय देवेंद्र नगर रायपुर के सचिव संजय जोशी ने कहा कि परीक्षा तो व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन का आधार होती है, इससे पलायन करने से विद्यार्थी कमजोर होंगे।
संजय जोशी ने कहा कि परीक्षा तो विद्यार्थियों की मेहनत एवं उनकी शैक्षणिक प्रतिभा का प्रदर्शन है। इसीलिए पूरे उत्साह और आनंद के साथ हम 5वीं/8वीं बोर्ड परीक्षा का स्वागत करते हैं। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के विद्यार्थी पूरे आनंद के साथ इस परीक्षा पर्व को मनाएंगे।
संजय जोशी के अनुसार सरस्वती शिशु मंदिर के छत्तीसगढ़ के स्कूलों में 5वीं, 8वीं के करीब 50 हजार छात्र, छात्राएं पढ़ते हैं. ये सब परीक्षा देंगे. जबकि प्राइवेट स्कूल परीक्षा कराने से हाथ खड़ा कर दिए हैँ.