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प्रधानाचार्य श्री डॉ. बी. एस. चावला को जी ई सी बिलासपुर द्वारा दी गई सम्मान पूर्वक विदाई

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आज हम यहां एक विशेष अवसर पर एकत्र हुए हैं, ताकि हम सभी मिलकर हमारे आदरणीय प्रधानाचार्य, श्री डॉ. बी. एस. चावला का विदाई सम्मान कर सकें।
यह क्षण हम सभी के लिए भावनात्मक और यादगार है, क्योंकि डॉ. चावला ने न केवल हमारे संस्थान की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अनमोल सेवाएँ भी दी हैं।

 

डॉ. चावला का शैक्षिक जीवन बहुत प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने 1981 में जीईसी बिलासपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.ई. (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की और इसके बाद उन्होंने एनआईटी राउरकेला से एम.टेक और पीएचडी की डिग्री हासिल की। 1981 में ही उन्होंने जीईसी बिलासपुर में अपने करियर की शुरुआत की और 1986 में एम.पी. पी.एस.सी. मेरिट के द्वारा सहायक प्रोफेसर के रूप में चयनित हुए। 1993 में वे सहायक प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर बने और 2008 में प्रोफेसर के रूप में पदोन्नत हुए।

2008 में वे संस्थान ऑफ टेक्नोलॉजी कोरबा के संस्थापक प्रधानाचार्य बने और इसके बाद 2010 से 2012 तक अतिरिक्त निदेशक तकनीकी शिक्षा, रायपुर के रूप में कार्य किया। 2012 से 2014 तक वे जीईसी रायपुर के प्रधानाचार्य रहे और तब से 2014 तक जीईसी बिलासपुर के प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में जीईसी बिलासपुर ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं, जैसे कि सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, माइनिंग और ईटी एंड टी शाखाओं में एनबीए मान्यता प्राप्त करना और वर्ल्ड बैंक प्रोजेक्ट टीक्विप के तहत बेस्ट परफॉर्मिंग संस्थान के रूप में मान्यता मिलना।

डॉ. चावला के कार्यकाल में जीईसी बिलासपुर ने पीजी एम.टेक थर्मल इंजीनियरिंग कोर्स शुरू किया और चार पीएचडी अनुसंधान केंद्रों की स्थापना की। उनके मार्गदर्शन में हमारे छात्र विश्वविद्यालय परीक्षा, गेट और सीजी पीएससी जैसी परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त कर रहे हैं।

वे कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित होने वाले शोधपत्रों के लेखक हैं और पीएचडी के मार्गदर्शक भी रहे हैं। इसके अलावा, वे जीजीयू और सीएसवीटीयू भिलाई के बोर्ड ऑफ स्टडीज के सदस्य और अध्यक्ष, सीएसवीटीयू के एकेडमिक काउंसिल के सदस्य और परीक्षा समिति के अध्यक्ष रहे हैं।

डॉ. चावला का योगदान केवल शैक्षिक क्षेत्र तक सीमित नहीं रहा है। वे संस्थान और समाज के लिए कई सामाजिक दायित्वों का निर्वाह भी करते रहे हैं। वे रो‍टरी क्लब बिलासपुर के कार्यकारी सदस्य, बिलासपुर जूनियर चेंबर के उपाध्यक्ष और बिलासपुर सिटी जूनियर चेंबर के संस्थापक अध्यक्ष रहे हैं। इसके अलावा, वे स्मार्ट सिटी बिलासपुर की गवर्निंग बॉडी के सदस्य और ‘क्लीन सिटी बिलासपुर’ के ब्रांड एंबेसेडर के रूप में भी कार्य कर रहे हैं।

उनकी शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण तथा पिछड़े वर्गों में साक्षरता और शिक्षा के प्रति गहरी रुचि ने उन्हें समाज में एक आदर्श व्यक्तित्व बना दिया है।

डॉ. चावला, आज जब आप हमारे बीच से विदा ले रहे हैं, तो हम आपके योगदान के लिए सदैव आभारी रहेंगे। आपके द्वारा किए गए अथक प्रयासों से हमारे संस्थान को जो ऊँचाइयाँ प्राप्त हुई हैं, वे हमेशा हमारे दिलों में अंकित रहेंगी। आपकी शिक्षाएं और नेतृत्व हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगी।