

गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को जम्मू-कश्मीर गए. उन्होंने न सिर्फ अफसरों और सेना के लोगों से मुलाकात की, बल्कि उस भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर पर स्थिति विनय बॉर्डर आउटपोस्ट (Vinay Border Outpost) पर भी गए. लेकिन क्या आपको पता है कि कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में स्थित इस बॉर्डर आउटपोस्ट का ‘बिहार कनेक्शन’ है?
विनय बॉर्डर आउटपोस्ट बीएसफ की चौकी है. यहां तैनात जवानों का मकसद घुसपैठ रोकना, तस्करी पर लगाम लगाना और आतंकी गतिविधियों पर नजर रखना है. इसे काफी संवेदनशील माना जाता है, क्योंकि यह भारत-पाकिस्तान सीमा के बिल्कुल करीब है और अक्सर यहां पर फायरिंग होती रहती है. विनय आउटपोस्ट कठुआ जिले के उस हिस्से में स्थित है जहां इलाका ऊबड़-खाबड़ है और घने सरकंडे के पौधे हैं, जो आतंकियों को छिपने के लिए जगह देते हैं. यह पोस्ट ऊंचे स्थानों पर बनाई गई है ताकि बीएसएफ के जवान सीमा पर निगरानी रख सकें.
बिहार कनेक्शन भी जान लीजिए
इस चौकी का नाम असिस्टेंट कमांडेंट विनय प्रसाद के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 15 जनवरी 2019 को पाकिस्तानी स्नाइपर हमले में अपनी जान गंवाई थी. विनय प्रसाद बिहार के छपरा के रहने वाले थे और उनकी शहादत के बाद इस चौकी का नाम उनके सम्मान में रखा गया घटना 14 जनवरी 2019 की है, जब सुबह 10.50 बजे बॉर्डर पर गश्त कर रहे बीएसएफ जवानों पर पाकिस्तानी स्नाइपर्स ने फायरिंग की, जिससे असिस्टेंट कमांडेंट विनय प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें तुरंत सतवारी स्थित आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां वे शहीद हो गए. विनय प्रसाद तब 35 साल के थे.
शाह क्यों गए इस जगह?
गृह मंत्री अमित शाह के यहां जाने का मकसद हालात की जमीनी जानकारी लेना था. वह बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के जवानों से सीधे बातचीत करना चाहते थे. इस दौरान गृहमंत्री ने शहीद विनय प्रसाद को श्रद्धांजलि भी दी. शाह का यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पिछले कुछ वक्त से आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं. कठुआ में ही सेना ने कई आतंकियों को मार गिराया है और माना जा रहा है कि अभी भी कुछ आतंकी इस इलाके में हैं, जिन्हें ढेर करने के लिए सेना तलाशी अभियान चला रही है.
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम लगेगा
विनय बॉर्डर आउटपोस्ट पर बीएसएफ जवानों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, आपने विपरीत परिस्थितियों में देश की सेवा की है. हम जो इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम स्थापित करना चाहते हैं, वह आपको किसी भी हरकत की पहले ही सूचना देगा. आपको प्रतिक्रिया करने और जवाब देने में मदद मिलेगी. इससे बॉर्डर सिक्योरिटी भी मजबूत होगी.