

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद समूचे राज्य में पर्यटक फंसे हुए हैं. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के लोग भी जम्मू-कश्मीर में फंस गए हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ से करीब 65 लोग जम्मू काश्मीर घूमने गए थे. उनके पहलगाम पहुंचने से पहले ही आतंकी हमला हो गया. सभी पर्यटकों को सुरक्षित श्रीनगर के होटल में रूकवाया गया है. होटल में रुके लोगों ने आपबीती बताई है. उन्होंने घटना को भयावह और निंदनीय बताया है. जम्मू जाने का मार्ग बाधित होने के कारण वापसी में दिक्कत हो रही है.
जम्मू कश्मीर में फंसे लोगों से सीएम विष्णुदेव साय ने बातचीत की है. छत्तीसगढ के पर्यटकों से वस्तुस्थिति का जायजा लिया. सीएम ने फंसे हुए पर्यटकों को आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है. सीएम ने कहा कि जल्द कश्मीर से सभी की छत्तीसगढ वापसी कराई जाएगी. पीड़ित छत्तीसगढ़ के पर्यटकों ने जानकारी दी है. इस बीच पहलगाम हमले के आतंकियों की स्केच सामने आ गई है. इन आतंकियों की पहचान आसिफ फौजी, सुलेमान साह और अबू तल्हा के रूप में की गई हैं. ये आतंकी द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के बताए जा रहे हैं.
यह आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का सहयोगी है. ये स्केच इस आतंकी हमले के चश्मदीद लोगों से पूछताछ करके तैयार करवाई गई है. बताया जा रहा है कि पर्यटकों पर चुन-चुनकर गोलियों बरसाने के बाद ये आतंकी पास के पहाड़ी जंगल में जा छुपे हैं. उन्हें पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों की तरफ से सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक अभी तक की तफ्तीश में पता चला है कि ये आतंकी करीब दो हफ्ते पहले ही भारतीय सीमा के अंदर दाखिल हुए थे. फिर वे राजौरी से वधावन होते हुए पहलगाम पहुंचे.