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अब अस्पताल खुद पहुंच रहे लोगों के बीच, हाट-बाजार क्लिनिक योजना के लिए कांकेर को मिले 8 नए एम्बुलेंस से एक सप्ताह में ही करीब 400 लोगों का इलाज

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मुख्यमंत्री ने 28 जनवरी को कांकेर प्रवास के दौरान 8 एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर किया था रवाना

रायपुर. 4 फरवरी 2021

छत्तीसगढ़ शासन लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने लगातार नए जतन कर रही है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से अस्पताल अब खुद लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। इस योजना के माध्यम से प्रदेश के दूरस्थ गांवों और वनांचलों के हाट-बाजारों में लोगों की निःशुल्क जांच व उपचार कर दवाईयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हाल ही में 28 जनवरी को अपने कांकेर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के लिए आठ नए एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाई थी। कांकेर जिले के हाट-बाजारों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने कोयलीबेड़ा विकासखण्ड में दो तथा शेष विकासखण्डों में एक-एक नए एम्बुलेंस भेजे गए थे।

स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव की पहल पर मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने एक करोड़ 54 लाख रूपए की लागत से कांकेर जिले के लिए आठ नए एम्बुलेंस खरीदे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल मेडिकल टीम ने इन एम्बुलेंस की सहायता से 28 जनवरी से 3 फरवरी के बीच सात दिनों में ही 18 हाट-बाजारों में 382 लोगों का इलाज किया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस दौरान चारामा, दुर्गकोंदूल और कोयलीबेड़ा विकासखंड के चार-चार, नरहरपुर और कांकेर के दो-दो तथा अंतागढ़ एवं भानुप्रतापपुर के एक-एक हाट-बाजार में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई।

मोबाइल मेडिकल टीमों ने इन नई एम्बुलेंस का उपयोग कर पिछले एक सप्ताह में दुर्गकोंदूल विकासखंड में 130, कोयलीबेड़ा में 53 अंतागढ़ में 48, कांकेर में 45, भानुप्रतापपुर में 42, चारामा में 35 और नरहरपुर में 29 लोगों का उपचार कर दवाईयां प्रदान की हैं। इस दौरान कोयलीबेड़ा विकासखंड के सुलांगी, छोटेबेटिया, ऐसेबेड़ा और मायापुर (पीव्ही-18), चारामा के मैनपुर, गांडागौरी, भिलाई और टिकरापारा, दुर्गकोंदूल के झिटकाटोला, तरईघोटिया, हाटकोंदल और कराकी, नरहरपुर के मांडाभर्री एवं बादल, कांकेर के माकड़ीखुना व देवरी तथा अंतागढ़ के किसेकोड़ो और भानुप्रतापपुर के तरांदुल हाट-बाजार में स्थानीय लोगों की निःशुल्क जांच एवं उपचार कर दवाईयां दी गईं