देवभोग। इन दिनों पंचायत अधिनियम आचरण का करने वाले ग्राम पंचायत सचिवों के विरुद्ध सीईओ एम एल मंडावी – एक्शन मोड पर दिखाई पड़ रहे हैं ऐसे ही ग्राम पंचायत गाडाघाट सचिव देवानंद बि सी द्वारा बना सूचना के पंचायत मुख्यालय में अनुपस्थित रहकर अपने मोबाइल पर आज रोपाई चालू है डिस्टर्ब ना करें का स्टेटस डालना महंगा पड़ गया। क्योंकि कार्य के प्रति घोर उदासीनता मानते हुए सीईओ न नोटिस जारी कर दो दिवस के भीतर जवाब मांगा मांगा है साथ ही जवाब संतोषजनक नहीं होने की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही के संकेत भी दिए हैं। जानकारी अनुसार बीते 14 जुलाई को अघो हस्ताक्षर करता एवं जनपद पंचायत के दल बल ने गाडाघाट पंचायत के गोठान का निरीक्षणनिरीक्षण के दौरान सचिव बिना स्वीकृतअवकाश के अनुपस्थित रहे जिसे लेकर नोटिस जारी किया है। एम एल मंडावी, सीईओसचिव को लापरवाही कि खुली छूट देने के समान माना जाता हैहालांकि सीईओ मनहरलाल मंडावी ने नोटिस जारी कर सचिव के खिलाफ कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू कर दिया। क्योंकि अब तक ग्राम पंचायत सचिव द्वारा नोटिस का जवाब पेश नहीं किया है। मगर ग्रामीणों की मानें तो अक्सर बिना सूचना के कई बार ग्राम पंचायत सचिव कार्यालय से नदारद रह चुके हैं। जिससे पंचायत प्रतिनिधि के साथ-साथ संबंधित अधिकारी भी अच्छी तरह अवगत हैं।
किया और कार्यस्थल पर से ही नदारत ग्राम पंचायत सचिव देवानंद बीसी को फोन लगाया। मगर मोबाइल बंद कर अपना मोबाइल के व्हाट्सएप पर आज रोपाई चालू है डिस्टर्ब ना करें का स्टेटस स्टे जिससे नाराज सीईओ ने पंचायत अधिनियम का हवाला देते हुए पंचायत सचिव को नोटिस जारी किया है। इससे ग्रामीणों में भी काफी खुशी है। क्योंकि इस सचिव द्वारा गाडाघाट और मुंडा गांव पंचायत लिया है। जिसके चलते अक्सर
पंचायत में ताला लटकी होती है। यही कारण है कि पंचायत के ग्रामीणों का राशन कार्ड फॅम जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य कामकाज के लिए इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा पेंशन हितग्राहियों को समय सीमा के भीतर पेंशन भी नहीं मिल पाता। क्योंकि सचिव द्वारा आज करते हुए सप्ताह भर के बाद बैंक से पैसा निकालकर वितरण करने का शिकायत भी कई बार सामने आ चुका है। जिसके खिलाफ कार्यवाही नहीं