Home छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री बघेल से जिला पंचायत अध्यक्षों के प्रतिनिधि मण्डल ने की सौजन्य...

मुख्यमंत्री बघेल से जिला पंचायत अध्यक्षों के प्रतिनिधि मण्डल ने की सौजन्य मुलाकात

0

जिला पंचायत, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायतों के पदाधिकारियों के मानदेय में वृद्धि और जिला पंचायत विकास निधि तथा जनपद पंचायत विकास निधि योजना के प्रावधान के लिए किया आभार व्यक्त

रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज यहां विधानसभा परिसर स्थित उनके कार्यालय कक्ष में जिला पंचायत अध्यक्षों के प्रतिनिधि मण्डल ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में जिला पंचायत, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायतों के पदाधिकारियों के मानदेय में वृद्धि और जिला पंचायत विकास निधि तथा जनपद पंचायत विकास निधि योजना के प्रावधान के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।

उल्लेखनीय है कि बजट में जिला पंचायत अध्यक्षों का मानदेय 15 हजार रूपये से बढ़ाकर 25 हजार, जिला पंचायत उपाध्यक्षों का मानदेय 10 हजार से बढ़ाकर 15 हजार रूपए और जिला पंचायत सदस्यों का मानदेय 6 हजार रूपए से बढ़ाकर 10 हजार रूपए प्रतिमाह किया गया है। इसी प्रकार जनपद पंचायत अध्यक्षों का मानदेय 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रूपए, जनपद पंचायत उपाध्यक्षों का मानदेय 4 हजार से बढ़ाकर 6 हजार रूपए एवं जनपद पंचायत सदस्यों का मानदेय 1500 रूपए से बढ़ाकर 5 हजार रूपए तथा सरपंचों का भत्ता 2 हजार से बढ़ाकर 4 हजार रूपए एवं पंचों का भत्ता 200 रूपए से बढ़ाकर 500 रूपए प्रतिमाह किया गया है।

इसी प्रकार बजट में जिला पंचायत अध्यक्षों के लिए 15 लाख रूपए, उपाध्यक्षों हेतु 10 लाख रूपए एवं सदस्यों हेतु 4 लाख रूपए प्रतिवर्ष के मान से जिला पंचायत विकास निधि योजना में 22 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। बजट में जनपद पंचायत अध्यक्षों हेतु 5 लाख रूपए, उपाध्यक्षों हेतु 3 लाख रूपए एवं सदस्यों हेतु 2 लाख रूपए प्रतिवर्ष के मान से जनपद पंचायत विकास निधि योजना में 66 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।

जिला पंचायत अध्यक्षों के प्रतिनिधि मंडल में अनीता चन्द्रा, जांजगीर, उषा पटेल, महासमुंद,  लेखमी सोनू चंद्राकर, मुंगेली, सोना देशलहरा, बालोद,  शशीकला कंवर, कोरबा, कांती सोनवानी, धमतरी, राकेश वर्मा, बलौदाबाजार, अरूण सिंह चौहान, बिलासपुर, सोनू चंद्राकर, मुंगेली, छत्रपाल सिंह कंवर, कोरबा, यशवंत चन्द्रा,जांजगीर सहित श्री मान सिंह देशलहरा और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल थे।