Home छत्तीसगढ़ शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण से होगा बच्चों का सर्वागीण विकास- श्री पटेल

शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण से होगा बच्चों का सर्वागीण विकास- श्री पटेल

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कवर्धा विकासखण्ड के ग्राम समनापुर के प्राथमिक स्कूल में बच्चों को निःशुल्क गणवेश वितरण किया गया। छत्तीसगढ़ शाकम्भरी बोर्ड के सदस्य श्री हरि पटेल ने स्कूल के बच्चों को पाठ्यक्रम पुस्तक और ड्रेस वितरण किया। उन्होंने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सभी बच्चों को बधाई दी। उन्होंने ने कहा कि शिक्षा ही विकास की प्रमुख अवधारण है। उन्होंने कहा जल है तो जीवन है और शिक्षा है आज और कल है। श्री पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुसार कवर्धा विधायक और केबिनेट श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में कबीरधाम जिले में शिक्षा के गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिले में शिक्षा को रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है। जिले के वनांचल और दूरस्थ अंचलों में संचालित शिक्षक विहीन व एकल शिक्षक स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था बनाने के लिए जिले के स्थानीय विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के बच्चों को शिक्षा से जोड़ते हुए उनके लिए रोजगार का द्वार खोले जा रहे है। उन्हें शाला संगवारी में रूप में शिक्षक बनने के सपना पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के विशेष मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के सभी स्कूली बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए स्कूलों और आंगनबाड़ी  में शिक्षा, स्वास्थ और पोषण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्कूली बच्चों को निःशुल्क पुस्तक और उनके पहनने के लिए स्कूल ड्रेस दिए जा रहे है। इससे बच्चों के माता-पिता को आर्थिक लाभ हो रहा है। बच्चों को स्कूल में मध्यान्ह भोजन, समय समय पर स्कुलो के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण होने उनके सर्वागीण विकास में सहयोग मिल रहा है। बोर्ड के सदस्य श्री पटेल ने इस अवसर पर शिक्षा, स्वास्थ और पोषण से जुड़े राज्य शासन की सभी प्रमुख योजनाओं और कार्यक्रमों की बच्चों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में प्रारंभ की गई स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति ला दी है। इस योजना के राज्य के लाखों बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है। बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में निःशुल्क शिक्षा मिल रही है। साथ ही लाखो माता-पिता और उनके अभिभावकों के करोड़ो रुपए का आर्थिक लाभ भी हो रहा है। उनके पैसे बच रहे हैं।