छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज पूर्व लोकसभा सांसद श्री चक्रधारी सिंह और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व सदस्य श्री भजन सिंह निरंकारी को श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने श्री चक्रधारी सिंह और श्री भजन सिंह निरंकारी के निधन का उल्लेख करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की जानकारी दी और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वर्गीय श्री चक्रधारी सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे सरल, सहज और लोकप्रिय आदिवासी नेता थे। आदिवासी ग्रामीण अंचल में उनका जन्म हुआ और शिक्षा-दीक्षा हुई। उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनकी पहचान गरीबों के मददगार अधिवक्ता के रूप में रही। सरगुजा से वे 1980 से भारी बहुमत से जीते थे। लोकसभा में वे आदिवासी अंचल सरगुजा की मुखर आवाज बनकर उभरे। उन्होंने संगठन में भी अनेक पदों पर काम किया। मुख्यमंत्री ने श्री चक्रधारी सिंह के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्री भजन सिंह निरंकारी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्री भजन सिंह निरंकारी जुझारू, व्यवहार कुशल और लोकप्रिय नेता थे। वे दुर्ग जिले के वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे। उन्होंने संगठन में अनेक पदों पर अपनी सेवाएं दी। वे साडा के चेयरमेन और मध्यप्रदेश में ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष भी रहे। सामाजिक जीवन में वे बहुत सक्रिय रहे। समय-समय पर मुझे भी उनका मार्गदर्शन मिलता रहा। श्री बघेल ने कहा कि उनका निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने श्री निरंकारी के परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक श्री अरूण वोरा ने दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी। दिवंगतों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।