रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM (Reliance Industries Annual
General Meeting) में सोमवार 28 अगस्त को दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक के सीईओ व चेयरमैन लैरी फिंक ने भी हिस्सा लिया. उन्होंने आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस AGM में भागीदारी का अवसर देकर उन्होंने सम्मान दिया है.
फिंक ने कहा, ‘ब्लैकरॉक और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की नई साझेदारी से लाखों निवेशकों को दुनियाभर में पैसे लगाने का आसान मौका मिलेगा. जियो ब्लैकरॉक (Jio BlackRock) साथ मिलकर बेहतर वित्तीय भविष्य का निर्माण करेंगे. दोनों कंपनियों के साझा अनुभवों का लाभ भारत के लाखों निवेशकों को मिलेगा’. गौरतलब है कि दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक (BlackRock) के पास भारत की जीडीपी से भी 3 गुना बड़ी संपत्ति के प्रबंधन का जिम्मा है. अभी कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट करीब 10 ट्रिलियन डॉलर है.
15 साल से भारत में काम कर रही ब्लैकरॉक
अमेरिकी कंपनी ब्लैकरॉक बीते 15 साल से भारत में अपनी सेवाएं दे रही है. उसके पास इंडिया में सबसे ज्यादा गैर-भारतीय निवेशक हैं. कंपनी ने अभी तक मुंबई, गुरुग्राम और बैंगलोर में हजारों कर्मचारियों को रोजगार दिया है. लैरी फिंक ने कहा कि रिलायंस और जियो भारत में जिस तेजी से डिजिटल इकोसिस्टम को बढ़ावा दे रही हैं, वैसा दुनिया में और कहीं नहीं हो रहा है. हम देश की एसेट मैनेजमेंट इंडस्ट्री में भी तेजी से ग्रोथ की संभावना देख रहे हैं.
दोहरी ताकत से यूजर्स को होगा फायदा
लैरी के अनुसार, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की डिजिटल इन्फ्रा की बढ़ती क्षमता और स्थानीय बाजार का ज्ञान ब्लैकरॉक के ग्लोबल इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म और रिस्क मैनेजमेंट का अनुभव मिलकर भारतीय निवेशकों को पहली बार इनवेस्टमेंट सॉल्यूशंस उपलब्ण्ध कराएंगे. भारत के पास इस सेक्टर में ग्रोथ हासिल करने का अवसर है और जियो ब्लैकरॉक मिलकर इसकी ग्रोथ सुनिश्चित कर सकते हैं.
JFS से मजबूत होगा भुगतान ढांचा : मुकेश
इस मौके पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFS) से देश के पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी. यह डिजिटल पेमेंट के रूप में कंज्यूमर और मर्चेंट दोनों को ज्यादा विकल्प मुहैया कराएगा. JFS अपने कस्टमर्स को ब्लॉकचेन आधारित प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के साथ सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) जैसी सुविधाएं भी देगी. साथ ही ग्राहकों के डाटा को सुरक्षित बनाने के लिए बहुत सख्त स्टैंडर्ड का भी पालन किया जाएगा.