शेयर बाजार की बैक बोन माने जाने वाले मिड और स्मॉल कैप शेयरों ने आज निवेशकों की कमर ही तोड़ दी. दोनों ही इंडेक्स में जमकर बिकवाली हुई. सेंसेक्स और निफ्टी जहां मंगलवार को बढ़त बनाकर बंद हुए, वहीं मिड और स्मॉल कैप के शेयरों में तगड़ी गिरावट दिखी. कुछ स्टॉक तो ऐसे भी रहे, जिनमें दहाई अंकों से ज्यादा की गिरावट रही. आज के हीरो लार्ज कैप स्टॉक रहे, जिन्होंने बाजार को गिरने से संभाल लिया.
सुबह ट्रेडिंग शुरू होते ही निवेशकों ने स्मॉल कैप और मिड कैप कंपनियों के स्टॉक में बिकवाली शुरू कर दी. अभी तक ताबड़तोड़ रिटर्न दे रहा मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स आज शुरुआत से ही दबाव में रहा. आखिरकार बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) इंडेक्स 4 फीसदी की गिरावट पर और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) इंडेक्स 3 फीसदी के नुकसान पर बंद हुआ. इससे पहले सुबह मिडकैप ने दबाव के बावजूद 33,246 अंकों का रिकॉर्ड स्तर छुआ और स्मॉलकैप ने भी 38,769 अंकों उच्चतम स्तर बनाया. हालांकि, क्लोजिंग के समय मिडकैप गिरकर 32,085 पर बंद हुआ तो स्मॉलकैप 36,983 पर आकर बंद हुआ.
सबसे ज्यादा पिटने वाले 5 स्मॉलकैप शेयर
आज की ट्रेडिंग में अगर सबसे ज्यादा पिटने वाले 5 शेयरों को देखें तो Texmaco Rail की हालत काफी पतली रही और इसके स्टॉक 14.75 फीसदी की गिरावट पर बंद हुए. इसके बाद STC India के शेयरों में भी आज 14.13 फीसदी की बड़ी गिरावट दिखी. Jindal Saw के शेयरों को भी आज बिकवाली की वजह से 12.98 फीसदी का नुकसान झेलना पड़ा. Alok Industries में भी निवेशकों ने खूब मुनाफवसूली की जिससे स्टॉक 11.67 फीसदी की गिरावट पर बंद हुए. 5वें पायदान पर रहा Heritage Foods का शेयर जो आज 11.38 फीसदी गिरकर बंद हुआ है.
मिडकैप ने भी खूब नुकसान कराया
इसी तरह, मंगलवार को मिडकैप के शेयरों ने भी आज खूब बिकवाली देखी. मिडकैप इंडेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान BHEL को झेलना पड़ा, जिसके शेयर 10.08 फीसदी के नुकसान पर बंद हुए. Tube Investment के शेयरों को भी 8.99 फीसदी की गिरावट देखी पड़ी, जबकि SJVN के शेयरों में आज बिकवाली की वजह से 8.27 फीसदी का नुकसान दिखा है. एक और सरकारी कंपनी REC के शेयरों में आज 7.98 फीसदी की गिरावट दिखी तो JSW Energy के शेयर आज 7.89 फीसदी के नुकसान पर बंद हुए.
एक्सपर्ट से जानें-अभी क्या करना सही
जियोजिट फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ वीके विजयकुमार का कहना है कि अभी निवेशकों को मिड और स्मॉलकैप के बजाए क्वालिटी वाले लॉर्ज कैप शेयरों पर फोकस रखना चाहिए. इन दोनों इंडेक्स में गिरावट का मुख्य कारण इनकी कंपनियों का हाई वैल्यूएशन है, जिससे उनकी स्थिरता नहीं बन पाती. अभी छोटे निवेशकों को इस सेग्मेंट से थोड़ा दूर ही रहना चाहिए. आने वाले कुछ समय में बाजार में थोड़ी मुनाफावसूली दिखेगी और गिरावट आ सकती है. विदेशी निवेशकों की बिकवाली और क्रूड का 90 डॉलर के पार जाना भी एक तरह से मार्केट पर दबाव का कारण बन रहा है.