कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रविवार को तेलंगाना के कलवाकुर्थी में एक सार्वजनिक बैठक में भाषण के दौरान बेकाबू भीड़ पर अपना आपा खो बैठे. वह वर्तमान में तेलंगाना में अपनी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं, जहां 30 नवंबर को मतदान होना है. यहां कांग्रेस प्रमुख अपनी पार्टी के चुनावी वादों को सूचीबद्ध कर रहे थे, तभी जनता शोर मचाने लगी. इससे परेशान होकर खड़गे ने दर्शकों को डांटा.
खड़गे ने कहा ‘चुप बैठो, अगर सुनना है तो सुनो, नहीं तो बाहर निकलो. ऐसी बात मत करो. आपको मालूम नहीं है क्या अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का भाषण हो रहा है? और आप लोग… जो तुम्हारे मुँह में जो आए वह कहते हो. तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मौके का फायदा उठाते हुए एक बार फिर खड़गे को कांग्रेस का “रबर स्टाम्प अध्यक्ष” कहा है.
कांग्रेस ही अपने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का अपमान कर रही
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने रैली के 29.8 मिनट के प्रसारण से 28 सेकंड की स्लिप पोस्ट करने के लिए एक्स का सहारा लिया, जहां कांग्रेस प्रमुख अपना धैर्य खोते नजर आ रहे हैं. कैप्शन में उन्होंने लिखा कि पार्टी प्रमुख होने के बावजूद, खड़गे को कांग्रेस कार्यकर्ता द्वारा “अपेक्षित सम्मान” नहीं दिया जाता है. वरिष्ठ नेता खड़गे को उनकी सार्वजनिक बैठकों में “अपमानित” किया जाता है.
गांधी परिवार ने मल्लिकार्जुन खड़गे को रबर स्टाम्प अध्यक्ष बनाया
अमित मालवीय ने लिखा है कि ‘यह असामान्य नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष होने के बावजूद खड़गे जी को उनकी सभी सार्वजनिक बैठकों में अपमानित किया जाता है. वह असहाय होकर अपने कार्यकर्ताओं पर चिल्लाते हैं, जो उसे अपेक्षित सम्मान नहीं देते हैं. गांधी परिवार ने उन्हें रबर स्टाम्प अध्यक्ष बना दिया है. उदाहरण के लिए, राजस्थान के सभी विज्ञापनों में उनकी तस्वीरें या तो गायब हो गईं या स्टांप आकार में छोटी हो गईं, जबकि राहुल गांधी और गहलोत की तस्वीरें प्रमुखता से प्रदर्शित की गईं. क्या कांग्रेस, खड़गे का अपमान कर रही है क्योंकि वह दलित हैं?’