भारतीय शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी का दौर जारी है और आगे भी यह बुल रन जारी रहने की संभावना है. इसकी सबसे बड़ी अहम वजह है अमेरिका से आने वाला 30,000 करोड़ का निवेश. दरअसल विश्लेषकों के अनुसार, 2024 से भारतीय बाजारों में एक प्रमुख अमेरिकी पेंशन फंड से लगभग ₹30,000 करोड़ का प्रवाह देखने की उम्मीद है.
अमेरिकी सरकार ने रिटायरमेंट फंड के इंटरनेशनल एक्सपोजर के विस्तार के लिए बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स को बदलने का फैसला किया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस कदम से ग्लोबल शेयरों में $28 बिलियन का उछाल आ सकता है, जबकि भारत में 2024 से $3.6 बिलियन (₹30,000 करोड़ से अधिक) का निवेश देखने को मिल सकता है.
कनाडा के बाद भारत में सबसे ज्यादा निवेश
अमेरिकी पेंशन फंड के इस फैसले से दुनिया के उभरते बाजारों में तेजी से पूंजी का प्रवाह होगा. इनमें सबसे ज्यादा 560 करोड़ डॉलर का निवेश कनाडा में आएगा, जबकि दूसरे नंबर पर भारत है जहां 360 करोड़ डॉलर का इन्वेस्टमेंट होगा. इसके अलावा, ताइवान में 340 करोड़ डॉलर, साउथ कोरिया में 260 करोड़ डॉलर, ब्राजील में 120 करोड़ डॉलर, सऊदी अरब में 80 करोड़ डॉलर और मैक्सिको में 60 करोड़ डॉलर का इन्वेस्टमेंट आएगा.
फेडरल रिटायरमेंट थ्रिफ्ट इन्वेस्टमेंट बोर्ड की कुल संपत्ति लगभग 600 बिलियन डॉलर है. बोर्ड ने 31 अक्टूबर, 2023 तक इंटरनेशनल स्टॉक इंडेक्स इन्वेस्टमेंट फंड में लगभग 68 बिलियन डॉलर का निवेश किया है. फंड बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में MSCI EAFE का उपयोग करता है, जिसमें यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और सुदूर पूर्व के 21 विकसित बाजार शामिल हैं. बता दें कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस कैलेंडर ईयर में अब तक भारतीय बाजारों में लगभग ₹96,340 करोड़ का निवेश किया है.