प्याज की कीमतों में ताबड़तोड़ बढ़ोतरी हो रही है. बीते एक महीने में इसका भाव खुदरा बाजार में करीब दोगुना हो चुका है. मौजूदा समय में प्याज की कीमत 4 महीने में सबसे ज्यादा हो चुकी है. लेकिन, आम आदमी पर इसका असर नहीं दिखेगा. बाजार में जो भी कीमत है, उससे 35 रुपये सस्ती कीमत पर आम आदमी तक प्याज पहुंचेगा. इसके लिए सरकार ने पूरा गेम प्लान तैयार कर लिया है.
मनीकंट्रोल के अनुसार, उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार का कहना है कि सरकार ने प्याज का बड़ा बफर स्टॉक बनाने की तैयारी कर ली है. फरवरी-मार्च में जब खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें बढ़नी शुरू होंगी तब इस स्टॉक को बाजार में उतारा जाएगा. इससे कीमतों को थामने में मदद मिलेगी और प्याज को बाजार मूल्य से भी करीब 35 रुपये सस्ता बेचा जा सकेगा. गौरतलब है कि नवंबर में खुदरा महंगाई की दर 5.55 फीसदी रही है, जबकि प्याज की कीमतों में 48 फीसदी का उछाल आया है.
क्या है सरकार की प्लानिंग
उपभोक्ता मामलों के सचिव का कहना है कि अभी तक हमारे पास 5 लाख टन प्याज का बफर तैयार हो चुका है, जिसे बढ़ाकर 7 लाख टन तक पहुंचाया जाएगा. हमारी योजना है कि फरवरी के आखिर में इसका बफर बाजार में उतारा जाएगा. हमारी कोशिश होगी कि फरवरी तक प्याज की कीमत को 35 रुपये तक लाया जाए और मार्च तक इसकी कीमत घटाकर 20 रुपये प्रति किलोग्राम तक लाने की तैयारी है.
अभी कहां है प्याज का दाम
खुदरा बाजार में प्याज का दाम एक महीने में ही करीब दोगुना तक पहुंच गया है. 12 दिसंबर को देश में प्याज की औसत खुदरा कीमत 55.12 रुपये प्रति किलोग्राम रही. अगर इसी भाव को पकड़कर चलें तो फरवरी-मार्च में सरकार इस बाजार कीमत से करीब 35 रुपये कम दाम पर प्याज बेचने की पूरी तैयारी कर चुकी है. इस तरह, आम आदमी की थाली से महंगाई को दूर ही रखा जाएगा.