Home छत्तीसगढ़ राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका’ पर आईएपीएम का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका’ पर आईएपीएम का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

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मीडिया ही जिम्मेदारों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाता हैः लक्ष्मी नारायण चौधरी

मथुरा। पत्रकारों के राष्ट्रीय संगठन ‘इंडियन एसोसियशन ऑफ प्रेस-एन-मीडियमैन (आईएपीएम)’ द्वारा मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थित होटल शीतल रीजेंसी में ‘राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका’ पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मीडिया ही है जो जिम्मेदारों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाता है और जनमानस की आवाज को बुलंद करता है। मीडिया को जहां जनहितकारी समस्याओं को उठाना चाहिए वहीं निष्पक्ष बात कहनी और लिखनी चाहिए। राष्ट्र के निर्माण में मीडिया अत्यन्त अहम भूमिका है।

सम्मेलन की अध्यक्षता आईएपीएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन सहयोगी ने की। सम्मेलन में उ.प्र. के पूर्व कैबिनेट मंत्री सरजीत सिंह डंग, भारतीय प्रेस परिषद के 3 सदस्य सर्व श्री गुरिंदर सिंह, जय शंकर गुप्त, श्याम सिंह पंवार, विधायक राजेश चौधरी, महापौर विनोद अग्रवाल, अ.भा. समाचार पत्र एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिलेश चन्द शुक्ल, भारतीय प्रेस परिषद के पूर्व सदस्य अशोक नवरत्न, मथुरा के जिलाधिकारी शेलेंद्र सिंह, एसएसपी शैलेश पाण्डेय, निदेशक मीडिया दिवाकर खरे सहित कई प्रतिष्ठित और आईएपीएम की विभिन्न प्रदेश इकाईयों से सैकड़ों प्रतिनिधि सम्मलित हुए।
‘राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका’ विषय पर सम्मेलन में विस्तृत मंथन हुआ और पत्रकारों से संबंधित मामले उठाये गये। आईएपीएम की ओर से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम 7 सूत्रीय ज्ञापन मुख्य अतिथि लक्ष्मी नारायण चौधरी को सौपा गया जिसमें पत्रकार सुरक्षा कानून बनाये जाने, नेशनल जर्नलिस्ट रजिस्टर बनाये जाने, प्रदेश में पत्रकारों को न्यूनतम 15 हजार रूपये पेंशन सम्मान राशि योजना शुरू किये जाने, पत्रकारों के रेल यात्रा किराये में छूट को पुनः बहाल किये जाने व पत्रकारों के खिलाफ कोई वाद या गिरफ्तारी किये जाने से पूर्व राज्य सरकार की अनुमति अनिवार्य किये जाने जैसी मांग की गई।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन सहयोगी ने आईएपीएम के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एसोसियशन का लक्ष्य ग्रामीण व अंचलिक स्तर पर पत्रकारिता कर रहे पत्रकारों को मुख्य धारा में जोडना है जिससे उन्हे आवश्यक सुविधाएं व सुरक्षा मिल सके। उन्होने प्रेस की स्वतंत्रता को स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरूरी बताया।
प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. सरजीत सिंह डंग ने कहा कि हर इंसान राष्ट्रीय इमारत की ईंट है। अगर ईंट मजबूत हो तो राष्ट्र रूपी इमारत भी मजबूत रहेगी। इसके लिए जरुरी है कि हम खुद श्रेष्ठ बनें तभी राष्ट्र निर्माण की भूमिका भी श्रेष्ठ बनेगी। मीडिया के शब्दों के भाव बहुत गहरे होते है, इसलिए यह शब्द जहां किसी का मरहम बने, वहीं जरूरत पड़ने पर चोट भी करे।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य जयशंकर गुप्त ने सरकार समर्थक या सरकार विरोधी मीडिया के अलावा निष्पक्ष और जिम्मेदार मीडिया होने को जरूरी बताया और कहा कि मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह जनहित में मामले उठाये चाहे वह सरकार को खटटे लगे या मीठे। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य गुरिन्दर सिंह व श्याम सिंह पवांर ने भी मीडिया को उसकी जिम्मेदारी याद दिलायी और लोकतंत्र में इसकी स्वतंत्रता को आवश्यक बताया।
विधायक राजेश चौधरी ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप आवाज बनिए उसकी जिसकी कोई नहीं सुनता, क्योंकि कमजोर लोगों की जब कोई नहीं सुनता तब मीडिया उसको सबसे बड़ा मददगार लगता है। विभिन्न परिस्थिति में जब कहीं सुनवाई नहीं होती ऐसे में कमजोर व्यक्ति की आस केवल मीडिया है। महापौर विनोद अग्रवाल ने कहा कि मीडिया ही एक ऐसा माध्यम है जिसे हर कोई सत्य माना जाता है, इसे प्रमाणित करने के लिए हमें लोगों के विश्वास पर खरा उतरना है।
मथुरा के जिलाधिकारी शेलेंद्र सिंह ने कहा कि मीडिया की भूमिका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है, इसके लिए एक गुण मानवीय ही बहुत है, जिसके बल पर हम अपने शहर, प्रदेश और राष्ट्र निर्माण में भी महती भूमिका निभाते हैं। एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने कहा कि सूचना तंत्र में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है, जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में तत्परता के साथ जुटा रहता है। खुद निखरकर ही राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका सार्थक होगी। इससे पूर्व सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर तथा पुष्प गुच्छ के साथ पाटुका पहनाकर भावपूर्ण स्वागत आईएपीएम के पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
आईएपीएम के महासचिव डा. डी. डी. मित्तल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक पवन नवरत्न, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अर्जुन जैन, सचिव सीपी सिंह, सचिव नरेन्द्र शर्मा परवाना, वंदना सहयोगी, रवि खजुरिया, संजय शर्मा, महेश शर्मा, जे. के. मिश्रा, कमलकांत उपमन्यु, नरेंद्र भारद्वाज, किशोर स्वर्ण इसरानी सहित बिहार, गुजरात, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू, उत्तराखंड, पंजाब, चंडीगढ़, गोवा, दादर नागर हवेली एवं दमन-दीव के सैंकड़ों मीडिया प्रतिनिधि शामिल रहे।