भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) ने रविवार को कृष्णा-गोदावरी घाटी से कच्चे तेल के प्रोडक्शन की शुरुआत कर दी. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने X.com (पूर्ववर्ती ट्विटर) पर इसकी जानकारी दी. हरदीप सिंह पुरी ने एक्स पर लिखा, “बंगाल की खाड़ी में तट से दूर जटिल और कठिन डीपवॉटर KG-DWN-98/2 ब्लॉक में “पहला ऑयल” प्रोडक्शन शुरू.
उन्होंने बताया कि यहां से 45,000 बैरल प्रतिदिन तेल निकाले जाने का अनुमान है. इसके अलावा यहां से 1 करोड़ क्यूबिक मीटर गैस हर दिन निकाले जाने की संभावना है. बकौल केंद्रीय मंत्री, यह देश को एनर्जी आत्मनिर्भर भारत की ओर लेकर जाएगा. उन्होंने लिखा कि यहां से तेल निकलेगा वह देश के मौजूदा ऑयल प्रोडक्शन में 7 फीसदी और गैस प्रोडक्शन में भी 7 फीसदी का इजाफा करेगा. हालांकि, इससे देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर क्या असर होगा इसे लेकर केंद्रीय मंत्री ने कुछ नहीं कहा है.
भारत में कच्चे तेल का प्रोडक्शन
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20 (दिसंबर 2019 तक का डाटा) में भारत ने कुल 24376 मीट्रिक टन कच्चे तेल का उत्पादन किया. इसमें ऑफशोर (तट से समुद्र में) से 12021 मीट्रिक टन तेल निकाला गया. वहीं, ऑनशोर (जमीन से राज्यों के अंदर) 12355 मीट्रिक टन ते निकाला गया. इसमें सरकारी और गैर-सरकारी (जॉइंट वेंचर) दोनों तरह की कंपनियों द्वारा निकाला गया तेल शामिल है. ऑनशोर और ऑफशोर दोनों ही मामलों में सरकारी कंपनियों का प्रोडक्शन निजी कंपनिया/जॉइंट वेंचर से ज्यादा रहा.